चमोली: जल संस्थान की कारस्तानी, पानी के बिल बढ़ाओ और उपभोक्ता को दू​षित पानी पिलाओ–

by | Sep 24, 2023 | चमोली, पेयजल | 0 comments

प्रत्येक साल दस से पंद्रह फीसदी बढ़ रहे पानी के रेट, लोग दू​षित पानी पीने को मजबूर, गंदे नालों से गुजर रही पेयजल लाइनें–

चमोली: जागो ग्राहक जागो, यह स्लोगन कहने और सुनने में ही अच्छा लगता है, इस पर अमल बहुत कम होता है। उत्तराखंड जल संस्थान पानी के बिलों में साल दर साल बढ़ोत्तरी तो कर रहा है, लेकिन अपनी जिम्मेदारी का सही ढंग से निर्वहन नहीं कर पा रहा है। लोग दू​षित पानी पीकर बीमार पड़ रहे हैं, गंदे नालों से होते हुए पाइप लाइन घरों तक पहुंच रही है, लेकिन इन सब समस्याओं को दूर करने के बजाय जल संस्थान पानी के रेट बढ़ाने में लगा हुआ है। इस वर्ष भी हाल ही में पानी के रेट में दस से पंद्रह फीसदी तक की बढोत्तरी की गई है।

भारतीय मानवा​धिकार एसोसिएशन के चमोली जिलाध्यक्ष जसवंत लाल का कहना है कि चमोली जनपद में जिला मुख्यालय गोपेश्वर, जोशीमठ, कर्णप्रयाग और गौचर जैसे नगर पालिका क्षेत्रों में दूषित पेयजल की सप्लाई की जा रही है। इन नगर क्षेत्र की पेयजल लाइनों पर कहीं भी फिल्टर की व्यवस्था नहीं है। इस समस्या को लेकर आज तक जनता और जनप्रतिनि​धियों की आवाज मुखर नहीं हुई है। यह बेहद सोचनीय विषय है।

नगर पालिका के नामित सदस्य हरि प्रसाद ममगाईं ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट को ज्ञापन भेजकर कहा कि जनपद में बरसात के अलावा अन्य महिनों में भी पेयजल लाइनों पर दूषित पानी सप्लाई किया जा रहा है। जबकि जलकर 15 फीसदी तक बढ़ा दिया गया है। उन्होंने शीघ्र पानी के रेट कम करने और पेयजल योजनाओं पर फिल्टर की व्यवस्था करने की मांग की है।

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