सिल्लाब्राह्मणगांव के उदयनगर में चल रहे रामलीला मंचन में सीता हरण की लीला का हुआ आयोजन, सीता हरण की लीला को देख भाव विभोर हो उठे दर्शक–
अगस्त्यमुनि: ग्राम पंचायत सिल्लाब्राह्मणगांव के उदयनगर में चल रहे रामलीला मंचन में शनिवार रात को सीता हरण की लीला मंचन हुआ। इस दौरान कलाकारों ने अपने अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। खासकर सूर्पनखा के एक के बाद एक गानों से पांडाल रोमांचित हो गया। कई दर्शक पांडाल के आगे ही नाचने लगे।

मंचन का शुभारंभ बुजुर्ग फगणू लाल और उनके पुत्र डॉ. दिनेश चंद्रा ने रिब्बन काटकर किया। डॉ. दिनेश चंद्रा ने युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने का आह्वान किया। इसके बाद मंचन के प्रथम सीन लक्ष्मण द्वारा सूर्पनखा की नाक काटना से लेकर भगवान राम द्वारा मारीच का वध, सीता हरण और जायु रावण के युद्ध तक की लीला का मनोहर मंचन किया गया है। सीता हरण की लीला के मंचन को देख दर्शक विभोर हो उठे।
सूर्पनखा रावण के पास जाती है और वहां एक तपस्वी द्वारा नाक काटे जाने के विषय में अपने भाई को बताती है। इसको सुन रावण ने कहा कि उन तपस्वी की इतनी हिम्मत जिन्होंने मेरी बहन की नाक को काट डाला। इसके बाद रावण सीता का हरण कर देता है। इसका विरोध करने पर रावण का जटायु के बीच युद्ध हुआ। श्रीराम का अभिनय संतोष ने, लक्ष्मण का संदीप ने, सीता का सुभाष ने, सूर्पनखा का गोलू ने, खर का अमित ने, दूषण का अनूप ने और रावण का अभिनय कुंवर लाल ने किया। रामलीला की व्यवस्था में रामलीला कमेटी के अध्यक्ष कुंवर लाल, अमर लाल, विजय प्रकाश, रामचंद्र लाल, पुष्कर सिंह, गोविंद सिंह, सत्यपाल, भरत लाल आदि का सहयोग रहा।