सैंजी लग्गा मैकोट बेमरु स्यूंण डुमक कलगोठ सड़क के निर्माण में देरी पर पीएमजीएसवाई के अधिकारियों के पुतले फूंके–
जोशीमठ: सड़क को लेकर डुमक गांव में आज भी धरना जारी रहा मुख्य अभियंता पी एम जी एस वाई उत्तराखंड का पुतला दहन किया गया। जोशीमठ चमोली जोशीमठ प्रखंड के सुदूरवर्ती गांव डुमक मैं आज भी सड़क के लिए क्रमिक धरना प्रदर्शन आज भी जारी रहा ग्रामीणों का गुस्सा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग पोखरी (पीएम जी एस वाई)के खिलाफ हुआ जिलाधिकारी चमोली के खिलाफ मुरादाबाद के नारे ग्रामीणों ने जोशोर से अपने धरना स्थल पर लगाया ग्रामीणों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है दूसरी तरफ पदयात्रा दल आज प्रातः उर्गम घाटी से गीरा, खोलीं होकर देवग्राम पहुंच गया है, जहां पर ग्रामीणों ने पदयात्रा दल का स्वागत किया और एक बैठक का आयोजन किया गया,
पदयात्रा दल के सदस्य योगंबर एवं अंकी भंडारी ने कहां की शासन प्रशासन हम लोगों को अलग-अलग करने का प्रयास कर रहा है भगवान जानता है कि हमने सड़क के लिए कितना प्रयास किया और इस ऐतिहासिक महत्वपूर्ण धार्मिक क्षेत्र को मोटर रोड से अलग-अलग किया जाना पूरे क्षेत्र के लिए निंदनीय है और ग्रामीण जनता लगातार विरोध कर रही है और आप लोगों का भी समर्थन हम लोगों को चाहिए
उन्होंने कहा कि 22 दिसंबर को मसाल रैली में घाटी की तरफ से पूरा सहयोग मिला और आगामी 18 जनवरी 2024 को जिला मुख्यालय पर विशाल प्रदर्शन किया जाना है सड़क के मुद्दे को लेकर सभी लोगों का समर्थन चाहिए हमने इस पदयात्रा में सैजी लग्गा मैकोट वेमरु स्यूंण डुमक कलगोठ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को पूरा करने के लिए सरकार से मांगती है दूसरी तरफ हम चाहते हैं कि यह सड़क उर्गम घाटी से थैंग मिलनी चाहिए, इससे हमारा कई गांव का आपस में मोटर रोड का मिलन होगा, दूसरी तरफ पंच केदार पंच बद्री के कई स्थानों को सड़क सुविधा मिलेगी और कई ट्रैकिंग मार्ग का विकास होगा,
हेलग उर्गम प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना मैं तृतीय चरण के लिए डीपीआर स्वीकृत हो गई है और इसमें काम शुरू किया जाना है हेंलग से उर्गम तक किलोमीटर 2 से 5 तक अत्यधिक खराब है इसका समरेखण किया जाना नितांत आवश्यक है उरगम क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने इस मार्ग मांग को प्राथमिकता से रखा है हमारी पदयात्रा में महत्वपूर्ण बिंदु है जो हमने ज्ञापन में भी सम्मिलित किए हैं और इन्हीं मुद्दों पर आगे लड़ाई जारी रहेगी संयुक्त संघर्ष समिति में कई आंदोलन के संगठनों को भी जोड़ा जा रहा है