गांव-गांव में जुटाया जा रहा जनसमर्थन, 18 जनवरी को जिला मुख्यालय पर विशाल जुलूस प्रदर्शन होना तय–
जोशीमठ (चमोली)। डुमक गांव के ग्रामीणों ने शनिवार को 18वें दिन भी धरना-प्रदर्शन जारी रखा। वहीं, ग्रामीणों का हल्ला बोल पदयात्रा शनिवार को डुंगरी और बिजराकोट गांव पहुंची। इन गांवों के ग्रामीणों ने भी मांग का समर्थन करते हुए आंदोलन को अपना समर्थन दिया है।
सैंजी लग्गा मैकोट-स्यूंण-डुमक-कलगोठ सड़क के निर्माण की मांग को लेकर गांव-गांव में आंदोलन की रणनीति तय की जा रही है। संघर्ष समिति ने निर्णय लिया है कि जल्द है कि लोकसभा चुनाव बहिष्कार रैली भी निकाली जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को भी ग्रामीणों ने एक ज्ञापन भेजा है। जिसमें कहा गया है कि 3 जून वर्ष 2022 को वे जब डुमक गांव भ्रमण पर पहुंचे थे, तो वे भी करीब 25 किमी की दूरी पैदल तय कर गांव में पहुंचे थे, आज भी स्थिति नहीं बदली है। ग्रामीण सड़क के लिए तरस रहे हैं। शासन प्रशासन मौन है। इस मौके पर अनिरुद्ध सिंह, प्रेम सिंह, शिशुपाल सिंह, प्रदीप सिंह, किशन सिंह, आनंद सिंह, प्रताप, रघुनाथ सिंह, गोविंद सिंह के साथ ही बड़ी संख्या में मातृशक्ति मौजूद रही।

वहीं, सड़क सुधारीकरण की मांग को लेकर खैनुरी के ग्रामीणों ने नवें दिन भी धरना जारी रखा। ग्रामीणों ने सरकार व शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक उनकी मांग पर कार्रवाई नहीं हो जाती वे आंदोलन को जारी रखेंगे। कहा कि जल्द वे आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति तैयार करेंगे। धरने पर बैठने वालों में चेता देवी, दर्शनी देवी, देवेश्वरी देवी, कविता देवी, शांति देवी, सुलोचना देवी, विशोदा देवी, सोबत सिंह, गोविंद सिंह व वीरेंद्र सिंह आदि शामिल रहे।