संस्कारवान बच्चों का किया निर्माण, विद्या भारती को समर्पित कर दिया था अपना संपूर्ण जीवन–
पीपलकोटी (चमोली)। विद्या भारती योजना में 38 वर्षों से सेवाएं दे रहे दर्शन सिंह झिंक्वाण 31 मार्च को सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर पीपलकोटी से अधिवर्षता पूर्ण कर प्रधानाचार्य के पद से सेवा निवृत्ति हो गए हैं।
विद्या भारती से जुड़े लोगों और अभिभावकों ने कहा कि दर्शन सिंह झिंक्वाण के द्वारा शिक्षा जगत में किये गए अविष्मरणीय कार्यों को समाज सदैव याद रखेगा। अपने सम्पूर्ण जीवन को विद्याभारती को समर्पित कर अध्यापन करते हुए उन्होंने अपने सम्पूर्ण अनुभवों को साझा किया। इस अवसर पीपलकोटी की सम्भ्रांत जनता, अभिभावकों व प्रबंध समिति ने उनको भावुक विदाई दी।
इस अवसर पर समस्त अभिभावक गण, प्रबंध समिति, आचार्य परिवार, शान्ति प्रसाद भट्ट, जिला प्रचारक राहुल, समस्त जिला कार्यकारणी, गोपेश्वर संकुल के संकुल प्रमुख दिनेश मेंदुली, व समस्त प्रधानाचार्य बंधु, कुलवीर, विद्यालय के प्रबंधक अतुल शाह, हरेन्द्र नेगी, राजेन्द्र पंत, विद्यालय के भैया बहिन आदि उपस्थित रहे। मंच का संचालन कुलबीर बिष्ट व प्रदीप पंवार ने सयुंक्त रूप से किया।