कैलाशपुर, मेहरगांव, फरकिया, बांपा, गमशाली और नीती गांव के आक्रोशित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से की मुलाकात–
गोपेश्वर:नीती घाटी के वाइब्रेंट विलेज के काश्तकारों ने बीआरओ द्वारा अधिग्रहित की गई निजी भूमि के शीघ्र मुआवजे के भुगतान की मांग उठाई है। ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त कर कार्यदायी संस्थान और प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया है। सोमवार को इस संबंध में आक्रोशित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी हिमांशु खुराना को ज्ञापन सौंपा। मुआवजे का शीघ्र भुगतान न करने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
आपको बता दे कि जनपद चमोली के सीमांत क्षेत्र के छः गावों की नाप भूमि बीoआरoओo द्वारा कुरकुती-गमशाली- नीती मोटर मार्ग के किमी 0.00 से 20.00 किमी तक चौड़ीकरण/विस्तारीकरण हेतु चार पांच वर्ष पूर्व अधिग्रहण कर लिया गया था लेकिन अभी तक सीमावर्ती गांव के काश्तकारों को अपने नाप भूमि के बदले बीoआरoओo द्वारा कोई भी मुवावजा भुगतान नही किया गया काश्तकार मुवावजा के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे है
कैलाशपुर प्रधान श्रीमती सरिता देवी डुंगरियाल का कहना है कि पिछले वर्ष ओसिस कंपनी के द्वारा कैलाशपुर गांव की तीन सौ नाली जमीन जिस पर गांव वाले अपने नगदी फसल राजमा बोया करते थे वहां पर सिंचाई का जो गुल था उसे पूर्ण रूप से कंपनी द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया जिससे उस तीन सौ नाली जमीन को ग्रामीणों ने बंजर ही रखा क्योंकि बिना सिंचाई के उस जमीन पर राजमा बौना पत्थर पर सिर मारना जैसे है। फरकिया गांव के पूर्व प्रधान श्री पूरन सिंह का कहना है कि ओसिस कंपनी के द्वारा पिछले तीन वर्षो से उनके उपजाऊ खेत में रेता गिट्टी रखा गया जिस कारण मै अपनी खेत पर कोई भी फसल नही बो पा रहा हूं और कंपनी द्वारा उसका न तो किराया दिया जा रहा न ही कोई मुवावजा।
इसलिए अब ग्रामीणों ने मन बना लिया है कि जैसे ही शीतकालीन प्रवास से हम लोग अपने मूल गांव पहुंचेंगे तब तक मुवावजा नही दिया जाता है तो सभी छः के छः गावों वाले कार्य रोकने के लिए बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी ओसिस कम्पनी व बीoआरoओo की होगी।आज जिलाधिकारी चमोली से इस विषय पर चर्चा करने पहुंचे उसमे श्री पूरन सिंह रावत पूर्व प्रधान फरकिया गांव, श्री बलबीर सिंह रावत,श्रीमती जशोदा देवी प्रधान गमशाली,श्रीमती पीताम्बरी देवी प्रधान बाम्पा,श्रीमती सरिता देवी प्रधान कैलाशपुर और श्री पुष्कर सिंह राणा प्रधान कागा गरपक जिला महामंत्री प्रधान संघ चमोली।आदि ग्रामीण मौजूद थे।