चमोली: रुद्रनाथ यात्रा मार्ग पर स्थानीय लोगों के अस्थाई ढाबे हटाने के मामले में जिला​धिकारी ने की मध्यस्थता–

by | Jun 7, 2024 | चमोली, मुद्दा | 0 comments

वन विभाग के अ​धिकारियों के साथ होगी ग्रामीणों की बैठक, निकलेगा हल, पत्रकार नवल खाली ने जोरशोर से उठाया था मुद्दा–

गोपेश्वर: चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के करीब 20 किलोमीटर लंबे पैदल यात्रा मार्ग पर स्थानीय ग्रामीणों की ओर से स्थापित किए अस्थाई ढाबों को हटाने के वन विभाग की कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को ग्रामीणों ने जिला​धिकारी से भेंट कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। कहा गया कि वन विभाग ने उनके साथ अन्याय किया है, जिस पर ​जिला​धिकारी ने कहा कि प्रशासन की मध्यस्थता में ग्रामीणों और वन अ​​धिकारियों के बीच बैठक की जाएगी। समस्या का उचित समाधान निकाला जाएगा।

रुद्रनाथ मार्ग पर पिछले माह केदारनाथ वन प्रभाग की ओर से स्थानीय ग्रामीणों के ढाबे हटा दिए थे। जिसके बाद से ग्रामीण लगातार न्याय की गुहार लगा रहे थे। पत्रकार नवल खाली सगर, गंगोलगांव और ग्वाड़ गांव में पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों की आवाज को जोरशोर से उठाया। उन्होंने वन संरक्षक से लेकर वन मंत्री को टेलीफोन से मामले की जानकारी दी और ग्रामीणों को न्याय दिलाने की मांग उठाई। जिस पर शुक्रवार को स्थानीय जनता जिला​धिकारी कार्यालय पहुंची। नवल खाली ने कहा कि रुद्रनाथ यात्रा मार्ग विकट परिस्थिति वाला है। पनार से रुद्रनाथ तक करीब 10 किमी क्षेत्र में कोई टैंट या अस्थाई होटल नहीं है। विकट रास्ते को पार कर पहुंच रहे पर्यटकों व श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि रुद्रनाथ ट्रैक से स्थानीय लोगों के हक-हकूक जुड़े हैं।

कुंती देवी, बीना देवी, गुड्डी देवी, उर्मिला देवी आदि ने कहा कि स्थानीय युवाओं को इस मार्ग पर अस्थाई टैंट या होटल संचालित कराने की अनुमति दी जाए। चेतावनी दी कि यदि उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि जल्दी वन विभाग के अधिकारियों व ग्रामीणों की बैठक बुलाकर मामले में उचित समाधान निकाला जाएगा। इस मौके पर कलावती देवी, चंपा देवी, बबीता, भुवनेश्वरी देवी, उषा रावत, चंद्रकता तिवारी, रामेश्वरी, रविंद्र बर्त्वाल, तारा देवी, हेमलता आदि शामिल रहे।

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