उच्च क्षेत्रों में बादल फटने से बांसवाड़ा और मोख तल्ला गांव में मची तबाही, नंदानगर सड़क भी जगह-जगह हुई ध्वस्त–
चमोली: बृहस्पतिवार रात को चमोली जनपद में आई भारी बारिश लोगों के लिए आफत बन गई। कई मकानों में मलबा घुसा तो कहीं नाला मकानों को तोड़कर बाहर आया। लोग रातभर अफरा-तफरी में रहे। गोपेश्वर के समीप कोठियालसैंण के बुराली गांव में नाले का मलबा गांव में घुस गया, जिससे रातभर गांव में अफरा-तफरी का माहौल रहा। स्थिति यह है कि गांव में पैदल रास्ते और पानी की लाइन पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।
प्रभावित ग्रामीणों ने गांव में निरीक्षण को पहुंचे उपजिलाधिकारी और तहसीलदार, सिंचाई विभाग के अधिकारियों को खरी खोटी सुनाई। ग्रामीणों ने कहा कि जिस नाले से उनके गांव में मलबा और पानी घुसा है, उसे अन्य जगह शिफ्ट करने के लिए वे पिछले 15 सालों से आवाज उठा रहे हैं। लेकिन उसकी मांग पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे लोगों को नाले से परेशान होना पड़ रहा है।
बृहस्पतिवार रात करीब 11 बजे से शुरू हुई तेज बारिश शुक्रवार को सुबह करीब पांच बजे थमी। बारिश के दौरान बुराली गांव के समीप से गुजर रहा नाला उफान पर आ गया। गांव के शीर्ष भाग में नाले पर पत्थर और लकड़ियां रुक जाने से उसका बहाव गांव की ओेर हो गया। सबसे पहले नाले का पानी रोशन लाल के घर में घुसा।
पानी का बहाव इतना तेज था कि एक कमरे की दीवार तोड़कर पानी शिशुपाल, मुकेश, विनोद, मनोज, कुलदीप, गोविंद सिंह, संजय और गोपाल के घरों में घुस गया। भारी मात्रा में मलबा गांव में घुसने से लोगों में अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने अपने घरों के दरांती, कुदाल लेकर नाले के मुहाने पर लगे पत्थर और लकड़ियों को हटाया, तब जाकर पानी कम हुआ। लेकिन तब तक लोगों के घरों को भारी नुकसान हो गया था।