चमोली: अब छाया में गुंजन होगा…, मुझको तो अपने हिम भरे पहाड़ प्यारे…

by | Aug 20, 2024 | चमोली, साहित्य | 0 comments

हिमवंत कवि चंद्रकुंवर बर्त्वाल की जयंती पर हुआ काव्य गोष्ठी का आयोजन, ​शिक्षकों और छात्राओं ने किया काव्य पाठ–

पोखरी: चमोली जनपद के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पेाखरी में हिमवंत कवि चंद्रकुंवर बर्त्वाल की जयंती पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें प्राध्यापकों और छात्र-छात्राओं ने चंद्रकुंवर बर्त्वाल की कविताओं का वर्णन किया।

काव्य पाठ की प्रस्तुति देती छात्राएं-

हिंदी विभाग की ओर से आयोजित काव्य गोष्ठी में विभागाध्यक्ष व प्रभारी प्राचार्य डॉ. नंदकिशोर चमोला ने चंद्रकुंवर बर्त्वाल के जीवन संघर्ष व कविताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बर्त्वाल की कविता अब छाया में गुंजन होगा…, मुझको तो हिम भरे हुए अपने पहाड़ ही प्यारे कविता सुनाई।

छात्रा प्रियंका ने मेड इन के सस्ते हैं मार्क्सवादी…, आईने के कंकड़ पत्थर, शालिनी ने सौम्य की रेखाओं से कविताएं पढ़ी। इसके अलावा विभूति, लक्ष्मी, पार्वती ने भी कविता पाठ किया। इसके अलावा डॉ. शशि चौहान, डॉ. कीर्ति गिल ने चंद्रकुंवबत्र्वाल की कविताओं और साहित्य योगदान पर विस्तार से जानकारी दी।

हिमवंत कवि चंद्रकुंवर बर्त्वाल की जयंती पर हुआ काव्य गोष्ठी का आयोजन

इस अवसर पर डॉ अनिल कुमार, डॉ. राजेश भट्ट, डॉ. रामानंद उनियाल, डा जगजीत सिंह, डा शाजिया सिद्दकी, डा रेनू सनवाल, डा प्रवीण मैठाणी, डा आयुष बर्त्वाल सहित तमाम प्राध्यापक, कर्मचारी और छात्र छात्राएं मौजूद रहे।

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