आधे-अधूरे ऑपरेशन के बीच महिला को हेली एंबुलेंस से भेजा एम्स ऋषिकेश, सर्जन को भी साथ ले गए परिजन, पढ़ें पूरी खबर–
गोपेश्वर: जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में महिला का आधा-अधूरा ऑपरेशन करने के बाद सर्जन ने ऑपरेशन करने से हाथ खड़े कर दिए। उन्होंने परिजनों को मरीज को हायर सेंटर ले जाने के लिए कहा। जिस पर परिजनों ने ऑपरेशन थिएटर में ही हंगामा मचा दिया। आनन-फानन में ग्राम प्रधान ने राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट के साथ ही जिलाधिकारी को फोन कर मामले की पूरी जानकारी दी, जिसके बाद हेली एंबुलेंस से महिला को एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया गया। परिजनों की मांग पर ऑपरेशन कर रहे सर्जन को भी मरीज के साथ एम्स ऋषिकेश भेज दिया गया है।
दरअसल, पिछले एक माह से जोशीमठ विकास खंड के पोखनी गांव की 36 साल की प्रमिला देवी पत्नी बाल सिंह राणा पेट दर्द से परेशान थी। वे जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पहुंचे तो सर्जन डॉ. नीरज पिमोली ने उन्हें अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कहा। अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट में बच्चेदानी में सूजन और टयूमर होने की बात सामने आई। चिकित्सकों की सलाह पर प्रमिला को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। खून की कमी के चलते उसे करीब 8 यूनिट खून भी चढ़ाया गया।
शनिवार को डॉ. पिमोली ने जैसे ही बच्चेदानी का ऑपरेशन शुरू किया तो तेजी से रक्तश्राव होने लगा। जब खून बहना बंद नहीं हुआ तो चिकित्सक ने ऑपरेशन अधूरा छोड़कर परिजनों को मरीज को हायर सेंटर रेफर करने के लिए कहा। जिस पर परिजन भड़क गए।
उन्होंने आरोप लगाया कि जब सर्जन के बस में नहीं था तो ऑपरेशन के लिए हामी क्यों भरी। ग्राम प्रधान संदीप भंडारी, महिला के पति बाल सिंह राणा, व्यापार संघ अध्यक्ष अंकोला पुरोहित, विपिन कंडारी, ग्राम प्रधान संदीप भंडारी ने कहा कि जब अस्पताल में चिकित्सकों की कमी थी, तो मरीज के ऑपरेशन के लिए क्यों कहा गया। समय रहते मरीज को रेफर कर दिया जाता तो यह स्थिति पैदा नहीं होती। बाद में हेलीकॉप्टर से महिला को आधे-अधूरे ऑपरेशन में ही एम्स ऋषिकेश भेज दिया गया।