रसोई गैस की ऑन लाइन प्रक्रिया होने के कारण नहीं मिल रहे ग्रामीणों को गैस सिलिंडर
गोपेश्वर: रसोई गैस सिलिंडर की ऑन लाइन प्रक्रिया होने से नीती घाटी के ग्रामीणों को रसोई गैस भरवाने के लिए भटकना पड़ रहा है। नीती घाटी के नीती, गमशाली, मलारी, बांपा आदि गांवों में निवास कर रहे भोटिया जनजाति के ग्रामीण शीतकाल में जनपद के निचले क्षेत्रों में निवास करते हैं,
जबकि ग्रीष्मकाल में छह माह तक वे नीती घाटी में अपने मूल गांवों में रहते हैं। जिन गांवों की केवाईसी जोशीमठ से है, उन्हें रसोई गैस तो मिल रही है, लेकिन गोपेश्वर और नंदप्रयाग गैस एजेंसी से जुड़े ग्रामीणों को रसेाई गैस के लिए भटकना पड़ रहा है।
बांपा के धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि उन्हें जोशीमठ गैस एजेंसी की ओर से सिलिंडर नहीं मिल पा रहे हैं, जिससे लकड़ी के चूल्हों में खाना पकाने को मजबूर हैं। इधर, जोशीमठ गैस एजेंसी की प्रबंधक सीमा का कहना है कि ऑन लाइन प्रक्रिया के चलते जोशीमठ से बाहर वाले उपभोक्ताओं को सिलिंडर नहीं दे पा रहे हैं। उपभोक्ताओं को जोशीमठ एजेंसी से नए कनेक्शन के लिए आवेदन करने के लिए कहा गया है।