चमोली जनपद में पहली बार देखा ऐसा जिलाधिकारी, अधिकारियों को खुद फोन कर समस्या बता रहे जिलाधिकारी–
गोपेश्वर: बीते दिनों जिलाधिकारी संदीप तिवारी महिला बेस अस्पताल सिमली के निरीक्षण पर गए। वहां स्थानीय विधायक और अस्पताल प्रबंधन के साथ जिलाधिकारी की मीटिंग प्रस्तावित थी। जब वे अस्पताल में जा रहे थे तो सड़क किनारे लंबी-लंबी झाड़ियां और अस्पताल परिसर के इर्द-गिर्द भी गाजर घास व झाड़ियांउगी थी, उन्होंने अपना वाहन रोका और तहसील व नगर पालिका के अधिकारियों से कहा, ये कहां ले जा रहेे हो मेरे को। उन्होंने कहा बेस अस्पताल। फिर डीएम ने कहा ऐसा होता है बेस अस्पताल जाने का रास्ता। उन्होंने हिदायत दी कि मीटिंग समाप्त होने तक परिसर व रास्ते तक की घास पूरी तरह से साफ होनी चाहिए। साथ ही अस्पताल परिसर में प्रकाश की व्यवस्था करें।
जिसके बाद वे मीटिंग में चले गए। मीटिंग में विधायकों ने डीएम के सामने नाराजगी जताई अस्पताल परिसर व रास्तों में घास जमीं है, यहां कोई देखने वाला नहीं है। इसके अलावा अस्पताल की कई अन्य समस्याओं पर भी चर्चा हुई। जैसे ही मीटिंग समाप्त होने के बाद विधायक, डीएम व अधिकारी बाहर आए तो बाहर का नजारा देखने लायक था। यहां दूर-दूर तक कहीं घास का नामोनिशान नहीं मिला। जैसे अस्पताल परिसर में अभी-अभी हरी दूब लगाई हो। इसको देख विधायकों को भी आश्चर्य हुआ।
जब जानकारी ली गई तो पता चला कि निर्देश मिलने के तुरंत बाद नगर पालिका की ओर से 10 पर्यावरण मित्रों को घास काटने के लिए लगाया गया। अधिकारी भी स्वयं घास उखाड़ने में लग गए। जिसके बाद करीब डेढ़ घंटे में पूरा परिसर चकाचक हो गया। अब परिसर व रास्ते में पथ प्रकाश की व्यवस्था भी कर दी गई है। डीएम की कार्यशैली की जनपद में खासी चर्चा बनीं हुई है।