प्रसव पीढ़ा से रातभर तड़पती रही कौशल्या, ग्रामीणों ने डंडी से पहुंचाया अस्पताल, मुश्किलों का सामना कर रहे ग्रामीण–
नंदानगर, 08 अक्टूबर 2024: सड़क न होने से प्राणमति गांव के ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव की कौशल्या देवी रात को प्रवस पीढ़ा से कराह रही थी। सुबह ग्रामीणों ने कुर्सी पर डंडी के सहारे कौशल्या को सात किलोमीटर तक पैदल चलकर सड़क तक पहुंचाया, जहां से वाहन से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया।
नंदानगर के ग्रामसभा कनोल का प्राणमति गांव सड़क से दूर है। ग्रामीण आज भी अपने गांव तक पहुंचने के लिए सात किलोमीटर की पैदल दूरी नापते हैं। मंगलवार सुबह गांव की कौशल्या देवी पत्नी अनुज कुमार को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। ग्रामीणों ने कुर्सी पर लकड़ी के डंडे बांधकर उसपर महिला को बिठाया और कंधे पर रखकर सड़क तक लेकर आए। करीब सात किमी पैदल चलने के बाद ग्रामीण सितेल पहुंचे और फिर वहां से करीब 15 किमी सड़क मार्ग से नंदानगर अस्पताल पहुंचे, जहां महिला को भर्ती किया गया है।
महिला को अस्पताल पहुंचाने वालों में लखपत सिंह, राजेंद्र कुमार, अनुज कुमार, पंकज, कंचनराम, महेंद्र, केशरी देवी शामिल रहे। ग्रामीणों ने बताया कि प्राणमति गांव को सड़क से जोड़ने की लंबे समय से मांग की जा रही है। 2018 में मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा भी की थी। लेकिन सड़क का प्रस्ताव कागजों से बाहर नहीं निकल पाया।