बर्फबारी के बीच हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद–

by | Oct 10, 2024 | आस्था, चमोली | 0 comments

दो लाख 62 हजार श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब में टेका मत्था, उत्साह, उमंग का रहा माहौल, अंतिम अरदास के बाद हुए हेमकुंड के कपाट बंद–

गोविंदघाट (चमोली), 10 अक्टूबर 2024: बर्फबारी, आस्था, उमंग और उत्साह के बीच हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिये बंद हो गये है। इस मौके पर 2800 श्रद्धालु इस वर्ष की अंतिम अरदास में शामिल हुये। कपाट बंद होने की प्रकिया सुबह 9.15 से शुरु हुई। इस वर्ष हेमकुंड की यात्रा के लिये दो लांख 80 हजार श्रद्धालुओं ने रजिस्टेशन किया था जिसमें दो लाख 62 हजार श्रद्धालु हेमकुंड साहिब में मत्था टेकने के लिये पहुंचे।

सचखंड में रखे गए गुरुग्रंथ साहिब-

बृहस्पतिवार को हेमकुंड साहिब के कपाट वि​धि-विधान के साथ अपराह्न ठीक एक बजे बंद कर दिए गए। हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने से पूर्व सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर सुखमणी का पाठ आरंभ हुआ, 10.45 मिनट पर रागी जत्था गुरुवाणी व कीर्तन किया, मुख्यग्रंथी भाई मिलाप सिह द्वारा दोपहर में 12.05 बजे तक यात्रा की अंतिम अरदास पढ़ी। संगतों ने जो बोले सो निहाल जयकारा के बीच गढवाल स्काउट एवं पंजाब के बैंड की मधुर ध्वनी के बीच पंच प्यारों की अगुवाई में गुरु ग्रंथ साहिब को स्वरुप सुखासन स्थान पर सुशोभित किया गया।

कपाट बंद होने के दौरान हेमकुंड साहिब में हुई जमकर बर्फबारी-

हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि इस वर्ष दो लांख 80 हजार श्रद्धालुओं ने अपना रजिस्टेशन किया था जिसमें दो लांख 62 हजार श्रद्धालु हेमकुंड पहुंचे, कपाट बंद होने के मौके पर 2800 श्रद्धालु मौजूद रहे। इस मौके पर गुरुद्वारे के वरिष्ट प्रबंधक सरदार सेवा सिंह, अमनदीप, हवलदार हरसेवक, गुरुप्रीत सिंह मौजूद रहे। इसके साथ ही लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंद होने से पूर्व लक्ष्मण जी की पूजा अर्चना कर भोग प्रसाद के बाद कपाट बंद हुये। इस मौके पर पंडित मनीष पांडे, मयंक चौहान, देवेश चौहान, रुपेश चौहान, गौरव चौहान, अर्जुन चौहान सहित कई श्रद्धालु मौजूद रहे।

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