रंगकर्मी कमल किशोर डिमरी और सुनील सेमवाल को किया सम्मानित–
गोपेश्वर, 09 नवंबर 2024: राज्य आंदोलन की आवाज को मुखर करने के लिए स्थापित की गई अक्षत नाट्य संस्था के रंगकर्मियों ने शनिवार को राज्य स्थापना दिवस पर लोकगीतों की शानदार प्रस्तुतियां दी। इस दौरान रंगकर्मियों उत्तराखंड मेरी मातृभूमि, मेरी जन्मभूमि, तेरी जय जयकारा, मेरा हिमाला जैसे जनगीत गाए। संस्था की ओर से दो रंगकर्मियों को सम्मानित किया गया।
राज्य आंदोलन के दौरान सीमांत चमोली जनपद से लेकर देहरादून तक जगह-जगह जनगीत और नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से अक्षत नाट्य संस्था ने आंदोलन को मुखर किया था। संस्था की ओर से रंगकर्मी जगत रावत के निर्देशन में पहाड़ की व्यथा नाटक का मंचन किया गया।
संस्था के अध्यक्ष विजय वशिष्ठ का कहना है कि राज्य आंदोलनकारियों की तरह ही राज्य के रंगकर्मियों का भी चिन्हिकरण कर उन्हें राज्यआंदोलनकारी का परिचय पत्र दिया जाना चाहिए। कार्यक्रम में रंगकर्मी कमल किशोर डिमरी और सुनील सेमवाल को शॉल ओढाकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर अमित चमोली, आयुष वशिष्ठ, सपना, दीवान सिंह नेगी, कलावती, हरिओम, आरती नेगी
के साथ ही कई युवा रंगकर्मी मौजूद रहे।