बिरही में दो दिवसीय प्रथम जनजाति समागम-2024 का हुआ रंगारंग आगाज, किशन महिपाल के गीतों की रही धूम–
पीपलकोटी, 09 नवंबर 2024: शनिवार से बिरही में दो दिवसीय प्रथम जनजाति समागम-2024 का रंगारंग आगाज हो गया है। कार्यक्रम में किशन महिपाल के गीतों की धूम रही। समागम में वक्ताओं ने कहा कि संगठन को मजबूत बनाया जाएगा और शीतकालीन पड़ावों की भूमि के अधिकार के लिए एकजुट होने का आह्वान किया गया। निर्णय लिया गया कि अपनी मांग को लेकर आगे तक भी जाना पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे। जनजाति समागम में प्रधान संगठन के जिला महामंत्री पुष्कर सिंह राणा ने कहा कि लंबे समय से जनजाति के लोग शीतकालीन पड़ावों में भूमि का अधिकार देने की मांग कर रहे हैं। चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ के जनजाति समाज के लोगों की यह न्यायोचित मांग आज तक पूरी नहीं हो पाई है। इस बार अपनी मांग को लेकर जनजाति के लोगों ने निर्णय लिया है कि यदि जल्द भूमि का अधिकार नहीं मिला तो आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।
भोटिया पड़ाव वेडूबगड़ में आयोजित समागम में मुख्य वक्ता श्रीदेव सुमन विवि के पूर्व कुलपति डाॅ. यूएस रावत ने कहा कि जनजाति के उत्थान के लिए उच्च शिक्षा केंद्रों को सुदृढ़ बनाया जाना चाहिए। कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए युवाओं को तैयार करने के लिए उनकी काउंसलिंग की जानी जरुरी है।
पूर्व वन संरक्षक आरबीएस रावत ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जनजाति संगठन को मजबूत करने, भारत-तिब्बत (चीन) सीमा क्षेत्र में सौर ऊर्जा से आय के स्रोत विकसित करने, निर्धन छात्रों की पहचान कर उन्हें आर्थिक मदद करने की बात कही।
नीती के पूर्व ग्राम प्रधान आशीष राणा ने जनजाति के निर्धन और असहाय लोगों की मदद के लिए एकजुट होने का आह्वान किया। मधु बिष्ट ने अपनी बोली भाषा के संरक्षण पर जोर दिया। कहा कि जनजाति के उत्थान के लिए विशेष योजनाएं संचालित की जानी चाहिए। पूर्व ब्लॉक प्रमुख ठाकुर सिंह राणा ने कहा कि हम आरक्षण के हकदार हैं। सीमांत क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा हों, ऐसी योजनाएं बनें।
इस मौके पर नीती-माणा जनजाति कल्याण समिति के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह फरकिया, ब्लॉक प्रमुख हरीश परमार, पूर्व प्रधान धीरेंद्र गरोड़िया, जीडी हिंदवाल, देवेंद्र पंवार, शिवम रावत, धर्मेंद्र पाल, देवेंद्र सिंह, रंजीत बुटोला, ग्राम प्रधान लक्ष्मण सिंह बुटोला के साथ ही कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।