लक्ष्मी नारायण मंदिर में तीन दिवसीय श्रीविष्णु सहस्त्रनाम महायज्ञ पूर्णाहूति के साथ हुआ संपन्न, विशाल भंडारे का हुआ आयोजन–
पीपलकोटी, 14 नवंबर 2024: शिवनगरी छोटी काशी हाट गांव गांव के प्राचीन लक्ष्मीनारायण मंदिर में तीन दिनों से चल रहा महायज्ञ पूर्णाहूति के साथ संपन्न हो गया है। इस दौरान विभिन्न गांवों से पहुंची ध्याणियां रो पड़ी। विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के निर्माण से वीरान पड़ा हाट गांव इस धार्मिक अनुष्ठान से मानो फिर जीवंत हो गया था। भले ही गांव में मकानों के अवशेष ही बचे हैं, लेकिन लक्ष्मीनारायण मंदिर में महायज्ञ से एक बार फिर गांव में चहल-पहल लौट आई। ध्याणियों ने अपने मकानों को देखा और फूट-फूटकर रो पड़ी। महायज्ञ आयोजन समिति ने ध्याणियों को महायज्ञ का प्रसाद देकर विदा किया। भगवान लक्ष्मीनारायण के दर्शनों को दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा। इस दौरान विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया।
बता दें कि हाट गांव के इर्द-गिर्द विष्णुगाड-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना का काम चल रहा है। सिर्फ मंदिर को सुरक्षित रखा हुआ है। हाट गांव के ग्रामीणाें ने इस वर्ष मंदिर में तीन दिवसीय श्रीविष्णुसहस्त्रनाम महायज्ञ का आयोजन किया। प्रवासी ग्रामीणों ने भी महायज्ञ को पूरा सहयोग किया। बृहस्पतिवार को मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़उमड़ पड़ी। ज्योतिर्मठ के स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के शिष्य व मठ के प्रभारी स्वामी मुकुंदानंद महाराज और हरिद्वार के शिवानंद सरस्वती महाराज भी पूर्णाहूति में पहुंचे। इस दौरान स्वामी मुकंदानंद महाराज ने कहा कि लक्ष्मीनारायण मंदिर को यदि किसी भी प्रकार से नुकसान पहुंचा तो वे अपने प्राण त्याग देंगे। स्वामी शिवानंद सरस्वती महाराज ने मंदिर संरक्षण पर जोर दिया।
इस मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष ऋषि हटवाल, ग्राम प्रधान राजेंद्र हटवाल, अयोध्या खंडूरी, सुबोध ममगाईं, मुकेश पंत, अमित गैरोला, सौरभ चौहान, पंकज हटवाल, नरेंद्र पोखरियाल, शिव प्रसाद पोखरियाल, चंडी प्रसाद हटवाल के साथ ही आचार्य ब्राह्मण मौजूद रहे।