पांडव नृत्य की परंपरा का आज भी निर्वहन कर रहे नौरख गांव के ग्रामीण, ध्याणियां भी पहुंची–
पीपलकोटी, 01 जनवरी 2025: बंड क्षेत्र के नौरख गांव में इन दिनों माहौल भक्तिमय बना हुआ है। ग्रामीणों ने अपनेे पांडव देवताओं को पांच साल बाद फिर पांडव नृत्य आयोजन का वचन दिया था, वचनों को निभाते हुए ग्रामीण पांच वर्ष बाद फिर पांडव नृत्य आयोजन कर रहे हैं। इस धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए प्रवासी ग्रामीण औरध्याणियां भी अपने मायके पहुंची हुई हैं। गांव में इन दिनों रौनक बनी हुई है। मौसम भी सामान्य होने के कारण पांडव नृत्य को देखने के लिए दूर दराज के गांवों के लोग भी पहुंच रहे हैं।
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बुधवार को विधिवत रुप से पांडव के अवतारी पुरुषों ने अपने अस्त्र-शस्त्रों की पूजा की। इस दौरान पांडव परिवार ने आयोजन स्थल पर सल्ला(चीड़ का पेड़)पेड़ स्थापित किया। मान्यता है कि जब पांडव अज्ञातवास पर थे, तब पांडवों ने अपने अस्त्र-शस्त्र चीड़ के पेड़ पर संभालकर रखे थे। इसी परंपरा का आज भी पांडव नृत्य लीला में निर्वहन किया जाता है।
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पांडव परिवार ने पीपलकोटी बाजार में अपने भक्तों को दर्शन दिए। इस मौके पर मुख्य पुजारी जयकृष्ण जोशी, जसवंत राणा, प्रबोध राणा, वृजहर्षराज तड़ियाल, महावीर, देवेंद्र कंडेरी, दयाल सिंह नेगी, दिलवर नेगी, सूरज आदि मौजूद रहे।