भोपाल में आयोजित हो रही राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस, बाल वैज्ञानिकों ने अपने शोध पत्र सौंपे–
गोपेश्वर, 06 जनवरी 2025: भोपाल के रविंद्र भवन में भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से 31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस आयोजित की जा रही है। इसमें चमोली जनपद के तीन बाल वैज्ञानिक भी प्रतिभाग कर रहे हैं। बाल वैज्ञानिकों ने अपने-अपने शोध पत्र भी प्रस्तुत किए हैं। यह राष्ट्रीय प्रतियोगिता तीन से छह जनवरी को आयोजित हुई7
भोपाल के रविंद्र भवन में 3 से 6 जनवरी तक आयोजित होने वाले राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में जनपद के बाल वैज्ञानिक राजकीय इंटर कॉलेज टंगसा की निकिता, विद्या मंदिर ज्योतिर्मठ की प्रिंसी पांडेय और सुबोध प्रेम विद्या मंदिर इंटर कॉलेज गोपेश्वर की छात्रा युतिकाझिंक्वाण उत्तराखंड की टीम की ओर से प्रतिभाग कर रहे हैं। इस प्रतियोगिता का उद्घाटन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डा० मोहन यादव के साथ कई प्रसिद्ध वैज्ञानिक व गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में किया गया। भोपाल में आयोजित हो रहे राष्ट्रीय आयोजन में देश के सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से आए बाल वैज्ञानिकों के अलावा 10 एशियान राष्ट्र के लगभग 700 बाल वैज्ञानिक प्रतिभाग कर रहे हैं।
राज्य एस्कार्ट टीचर के रूप में राजकीय इंटर कॉलेज निजमुला के प्रवक्ता नरेंद्र सिह रावत प्रतिभाग कर रहे हैं। इस अवसर पर यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रोफेसर (डा) दुगेश पंत ने राज्य के प्रतिभाग कर रहे 16 बाल वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दी। निकिता ने पारितंत्र एवं स्वास्थ्य के लिए सामाजिक एवं सांस्कृतिक प्रथाएं तब और अब, यूतिका ने मिट्टी में जैविक सामग्री और मिट्टी के स्वास्थ्य के संकेतक के रूप में केंचुए की उपस्थिति और घनत्व तथा प्रिन्सी ने ज्योर्तिमठ क्षेत्र में प्रणिजात के स्वास्थ्य एवं पोषण पर परितंत्र का प्रभाव पर अपने अपने शोध पत्रों की प्रस्तुति प्रदान की। राज्यस्तरीय टीम में सबसे अधिक प्रतिनिधित्व 3 बाल वैज्ञानिक जनपद चमोली के है। जिला समन्वयक राजेन्द्र थपलियाल व सह समन्वयक नरेन्द्र रावत ने इन तीनों प्रतिभागी बाल वैज्ञानिकों के गाइड टीचर्स की सराहना करते हुए कहा कि इनकी मेहनत से ही बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन कर पाये।