विशेष पूजा अर्चना के बाद लक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर पहुंचेगा घड़ा, वसंत पंचमी के दिन कपाट खुलने की तिथि होगी घोषित–
जोशीमठ, 30 जनवरी 2025: बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की धार्मिक प्रक्रियाओं के तहत बृहस्पतिवार को नृसिंह मंदिर से गाडूघड़ायोगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर पहुंचाया गया। शुक्रवार को विशेष पूजा अर्चना के बाद तेल कलश को लक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर पहुंचाया जाएगा।
बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि दो फरवरी वसंत पंचमी के दिन घोषित की जाएगी। जोशीमठ में बृहस्पतिवार को श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के खजाने में रखे तेल कलश गाडूघड़ा को विधिवतरुप से पूजा-अर्चना के बाद डिमरी पंचायत के प्रतिनिधियों को सौंपा गया।

जिसे लेकर वे पांडुकेश्वर पहुंचे। पांडुकेश्वर में भक्तगणों ने उनका स्वागत किया। रात्री प्रवास पांडुकेश्वर में करने के बाद शुक्रवार को योग मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। उसके बाद डिमरी पंचायत के प्रतिनिधि गाडूघड़ा लेकर नृसिंह मंदिर ज्योतिर्मठ होते हुए डिम्मर के लिए रवाना होंगे।
डिमरी धार्मिक पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी ने बताया कि इस साल शैलेंद्र डिमरी, नरेश डिमरी, अरविंद डिमरी, हरीश डिमरी को पंचायत की ओर से प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है। एक फरवरी को डिम्मर से गाडू घड़ा टिहरी राजदरबार के लिए रवाना होगा।
दो फरवरी को वसंत पंचमी पर बदरीनाथ के कपाट खुलने की तिथि घोषित की जाएगी। साथ ही तिल के तेल को पिरोने की तिथि भी घोषित की जाएगी। कपाट खुलने से पहले निर्धारित तिथि पर राजदरबार में तिल का तेल पिरोया जाएगा, जिसे गाडू घड़े में भरकर बदरीनाथ धाम लाया जाएगा। यह तेल भगवान बदरीनविशाल के महाभिषेक में प्रयुक्त होता है।