जनपद में 112 एनीमिया जांच केंद्र और 12 उपचार केंद्र किए गए स्थापित, पढ़ें, क्या घरेलू खाद्य पदार्थ खाएं गर्भवती महिलाएं–
गोपेश्वर। जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में पल्स एनीमिया महा अभियान का शुभारंभ हो गया है। यह अभियान आठ दिनों तक चलेगा। इसके लिए जनपद में 112 एनीमिला जांच केंद्र अैर 12 उपचार केंद्र स्थापित किए गए हैं।
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा पासवान ने महा अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि एनीमिया यानि खून की कमी से होने वाली बीमारी को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की यह पहल सराहनीय है।
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सीएमओ डा. अभिषेक गुप्ता ने कहा कि जनपद में 112 एनीमिया जांच केंद्र, 12 उपचार केंद्र स्थापित की गई हैं। जिसमें गर्भवती महिलाओं की एनीमिया की जांच, गंभीर एनीमिया से ग्रसित महिलाओं का इलाज, रोकथाम के उपाय के संबंध में जानकारी दी जाएगी।
प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुराग धनिक ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान एनीमिया न केवल मां के स्वास्थ्य पर असर डालता है बल्कि शिशु के कम वजन, समय से पहले जन्म और प्रसव के दौरान जटिलताएं जैसी गंभीर समस्याओं का कारण भी बन सकता है। महिला चिकित्सा अधिकारी डॉ नीलम नेगी ने गर्भवती महिलाओं को आयरन फोलिक एसिड की गोलियों का उपयोग लगातार करते रहने का आह्वान किया।
कहा कि भोजन में लौह युक्त खाद्य पदार्थ विशेष कर उत्तराखंड के स्थानीय अनाज गहत, काले भट्ट की दाल, कंडाली, झंगोरा, मंडावा, सोयाबीन एवं लिंगड़े का भरपूर उपयोग करें, जिससे उनमें खून की कमी न होने पाए। इस मौके पर कार्यक्रम प्रबंधक नरेंद्र सिंह रावत, कोल्ड चैन मैनेजर महेश देवराड़ी, जिला डाटा मैनेजर अजय सिंह पुंडीर, सहायक प्रतिरक्षण अधिकारी रचना, आशीष सती, आस्था तिवारी, विपिन, चंद्रकला ममगाईं आदि मौजूद रहे। संचालन उदय सिंह रावत ने किया।