रैणी गांव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के सामने रखीं क्षेत्र की समस्याएं, समाधान की उठाई मांग–
जोशीमठ, 17 फरवरी 2025: आपदा प्रभावित रैणी गांव के ग्रामीणों की आपदा से चार साल बाद भी समस्याएं दूर नहीं हो पाई हैं। ग्रामीण आज भी आपदा से उपजी समस्याओं से जूझ रहे हैं। सोमवार को रैणी के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं के समाधान की मांग की है।
रैणी के ग्रामीणों ने डीएम से मुलाकात कर बताया कि सात फरवरी 2021 को रैणी में आई आपदा से कई रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए थे जिनको आज तक नहीं बनाया जा सका है। तहसील प्रशासन ने ग्रामीणों की कृषि भूमि का सर्वे नहीं किया जिससे आपदा में बही जमीन का लोगों को मुआवजा नहीं मिल पाया है। गांव के नीचे से लगातार भू कटाव हो रहा है, लेकिन उसके ट्रीटमेंट को लेकर कोई कार्ययोजना नहीं बनी है।
इससे गांव को भविष्य में खतरा पैदा हो सकता है। तल्ला रैणी में सड़कचौड़ीकरण के लिए लोगों की जमीन को काटा गया उसका भी मुआवजा नहीं मिला है। बरसात में गांव के ऊपर भूस्खलन का खतरा बना रहता है।
जुवाग्वाड़ को जोड़ने वाला पैदल झूला पुल आपदा में टूट गया था, लेकिन आज तक नहीं बन पाया है। लोग आज भी ट्राली से आवाजाही करते हैं। राशन सहित अन्य सामग्री ले जाना चुनौती बना रहा है। पुल नहीं होने से गांव के लोग शादी विवाह जैसे शुभ कार्यों के लिए दूसरे स्थानों पर जाने को विवश हैं।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से रैणी गांव की इन समस्याओं के समाधान की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में भवान सिंह राणा, ग्राम प्रधान/प्रशासक भरत सिंह, प्रेम सिंह, चंद्र सिंह, दिनेश, गुड्डी देवी सहित अन्य लोग शामिल रहे।