यात्रा व्यवस्था बनाने में पूर्ण सहयोग का दिलाया भरोसा, सीडीओ के माध्यम से डीएम को भेजा ज्ञापन, पढें क्या-क्या दिए सुझाव–
रुद्रप्रयाग, 21 मार्च 2025: श्री केदारनाथ यात्रा घोड़ा-खच्चर डंडी-कंडी कर्मचारी एवं मजदूर संघ गौरीकुंड रुद्रप्रयाग के प्रतिनिधियों ने मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर यात्रा व्यवस्थाओं में सुधार हेतु कई सुझाव दिए हैं।
संघ ने कहा कि मालवाहक घोड़ों के संचालन के लिए निविदा आमंत्रित करते हुए लगभग 1000 घोड़ों को अधिकृत कर 100 घोड़ों के क्रम में लगभग दस लोगों की मदद से माल, खाद्यान्न व निर्माण सामग्री का ढुलान करवाने की व्यवस्था की जाए। निविदा को जनपद रुद्रप्रयाग के निवासी के नाम किया जाए। सवारी हेतु जनपद रुद्रप्रयाग के मूल निवासियों को जिनके कई वर्षों से 10-12 घोड़े हैं, ट्रेड यूनियन के प्रमाणपत्र पर 4 से 6 हेतु एक व्यक्ति के नाम पर लाइसेंस निर्गत किया जाए। घोड़े-खच्चरों की पूर्व निर्धारित दरों में कम से कम 15 प्रतिशत वृद्धि की जाए।

प्रीपेड को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ते हुए बैंक के साथ एमओयू में निर्धारण किया जाए कि बैंक द्वारा घोड़े खच्चरों के खातों को इनकम टैक्स से बाहर रखा जाए या नियम निर्धारण करते हुए कम से कम 30 लाख रुपये तक जीएसटी व टैक्स दायरे से बाहर रखा जाए। घोड़े-खच्चरों से लगने वाले जाम से पूर्णत: निजात दिलाने के लिए प्रीपेड के माध्यम से समयानुसार सुबह चार बजे से नौ बजे तक ऊखीमठ, नौ से 11 बजे तक अगस्त्यमुनि तथा जखोली के घोड़ों को 11 बजे बाद भेजा जाए। केदारनाथ से आने वाले घोड़े-खच्चरों व उसके बाद अन्य जनपद चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी, देहरादून, पौड़ी आदि के घोड़े खच्चरों को भेजा जाए।
समय से पहले घोड़ा पड़ाव व पैदल मार्ग पर आने वाले घोड़े खच्चरों का आवागमन पूर्णरुप से निषेध किया जाए। जिससे घोड़े खच्चरों को भी पूर्ण आराम मिल सके तथा जाम की समस्या भी नहीं रहेगी। पैदल मार्ग पर फिसलन वाली जगहों पर पानी का नियमित छिड़काव किया जाए, जिससे तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के साथ ही घोड़े खच्चरों को चोटिल होने से भी बचाया जा सके।
सनातन की आस्था के सबसे बड़े केंद्र केदारनाथ व आस्था पथ पर अनैतिक कार्य जैसे मीट, मांस, मदीरा व व्यविचार रखने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। संघ ने ट्रेड यूनियन के कार्यालय के लिए धन की व्यवस्था करने की मांग भी उठाई। इस मौके पर संघ के अध्यक्ष गोविंद सिंह रावत, अवतार सिंह नेगी, विष्णु दत्त, भरत सिंह राणा, अरविंद सिंह, केशव चंद्र आदि मौजूद रहे।