कर्मचारियों ने बीकेटीसी के कैंप कार्यालय परिसर में दिया धरना, आंदोलन तेज करने की दी चेतावनी–
गोपेश्वर, 27 मार्च 2025: श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अस्थाई कर्मचारी भेदभाव और उत्पीड़न से क्षुब्ध हैं। मंदिर समिति के संयुक्त कर्मचारी संघ ने भी अस्थायी कर्मचारियों के साथ भेदभाव और उत्पीड़न का आरोप लगाया है। कर्मचारियों ने मंदिर प्रबंधन से 10 अप्रैल तक सभी मांगों को पूरा करने की मांग की है, ऐसा न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
संयुक्त कर्मचारी संघ ने मंदिर प्रबंधन से मांग की है कि सभी अस्थायी कर्मियों के पदों को शासन से स्वीकृति दिलाई जाए, नियमित चयन होने तक समान कार्य का समान वेतन दिया जाए। वेतन पुन: निर्धारण के लिए विभागीय उपसमिति बनाई जाए, जिसमें बीकेटीसी व संयुक्त कर्मचारी संघ के सदस्यों को शामिल किया जाए। सभी अस्थायी कर्मियों को तत्काल ईपीएफ, ईएसआई, जीवन बीमा आदि सुविधाएं सेवा के प्रथम दिन से मान्य की जाएं।
मांग करने वालों में संयुक्त कर्मचारी संघ के सचिव राकेश झिंक्वाण, उपाध्यक्ष आशुतोष शुक्ला, विपिन नौटियाल, विनोद पुरोहित, दीपेंद्र रावत, एकता कांडपाल आदि शामिल रहे। बता दें कि बदरीनाथ धाम और केदारनाथ में मंदिर समिति के वर्षों पुराने कार्यरत अस्थाई कर्मचारी भी स्थाई कर्मचारियों की भांति काम करते हैं। चारधाम यात्रा के दौरान कर्मचारियों का काम दोगुना बढ़ जाता है, लेकिन उनकी वर्षों पुरानी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, जिससे वे आक्रोशित हैं।