चमोली: सैकोट गांव में ओलावृ​ष्टि के बाद अब जंगली सुअरों ने चौपट की गेहूं की फसल–

by | Apr 13, 2025 | खेतीबाड़ी, चमोली | 0 comments

अपनी आंखों के सामने ही फसल को नष्ट होते देख रहे काश्तकार, प्रशासन से की मुआवजा देने की मांग–

गोपेश्वर, 13 अप्रैल 2025: दशोली विकास खंड के सैकोट गांव में दूर-दूर तक फैले फसल से लहलहाते खेत गांव की संपन्नता की कहानी बयां करते हैं। बदरीनाथ हाईवे पर गुजरने वाले वाहन में बैठीं सवारियां सैकोट गांव के खेतों को देख रोमांचित हो उठते हैं। लेकिन इन दिनों सैकोट गांव के ग्रामीण इन्हीं खेतों को लेकर परेशान हैं। पहले ओलावृ​​ष्टि से गेहूं की फसल बर्बाद हुई, अब शेष बची फसल को जंगली सुअर रौंद रहे हैं। जिससे फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है। काश्तकारों का कहना है कि वे अपनी मेहनत की कमाई को अपनी आंखों के सामने ही बर्बाद होते देख रहे हैं। वे कर भी क्या कर सकते हैं। काश्तकारों ने प्रशासन से शीघ्र फसल का निरीक्षण कर प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही जंगली सुअरों के आतंक से निजात दिलाने की मांग उठाई है।

सैकोट गांव के हरीश सेमवाल, अशोक पंवार, अनुराग थपलियाल, उमेश थपलियाल, भगत पंवार, सूरी लाल, सज्जन लाल, अनिल नेगी, भगत गुसांईऔेर जीतेंद्र नेगी का कहना है कि सैकोट गांव के खेतों में पूरी तरह से पक चुकी गेहूं की फसल को जंगली सुअर बेरहमी से रौंद रहे हैं।

ग्रामीण फसल को बचाने के लिए रतजगा भी कर रहे हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हो रहा है। सुअरों का झुंड फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। पहले ओले गिरने से फसल नष्ट हुई और अब सुअर फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने वन विभाग से सुअरों को खदेड़ने की मांग की है।

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