लोगों को अपनी गरीबी और मजबूरी बताकर बेचते थे जानीमानी कंपनियों के नकली फोन, पुलिस ने धरपकड़ के लिए बनाई थी टीम, देखें वीडियो–
चमोली: लोगों को अपनी मजबूरी बताकर नकली फोन बेचने वाले गिरोह का चमोली पुलिस ने भांडाफोड़ किया है। पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 14 नकली फोन और फर्जी बिल बरामद हुए हैं। मामला तीर्थनगरी बदरीनाथ से आया।
मामला तब सामने आया जब माणा बदरीनाथ निवासी शशांक बिष्ट ने थाना बदरीनाथ में एक लिखित तहरीर दी। शशांक बिष्ट के अनुसार, दिनांक 27 मई 2025 को एक व्यक्ति ने उन्हें अपनी मजबूरी बताते हुए एक ओप्पो मोबाइल फोन 11,000 रुपये में बेचा था और इसका बिल भी दिया था। अगले दिन, फोन चलाने में दिक्कत होने पर जब फोन चेक किया गया, तो पाया गया कि फोन का IMEI नंबर और कंपनी फोन पर अंकित जानकारी से अलग थी। इस प्रकार उनके साथ धोखाधड़ी की गई थी।
वादी की तहरीर के आधार पर कोतवाली बदरीनाथ में मुकदमा पंजीकृत किया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी चमोली सर्वेश पंवार ने थानाध्यक्ष बदरीनाथ को तत्काल अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एक विशेष पुलिस टीम का गठन करने हेतु निर्देशित किया। गठित पुलिस टीम ने त्वरित और कुशल सुरागरसी व पतारसी (जांच और खोजबीन) करते हुए धोखाधड़ी के इस गिरोह का पता लगाया।
पुलिस टीम ने गहन छानबीन के बाद आईएसबीटी बदरीनाथ क्षेत्र से 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान 1- जय सिंह पंवार पुत्र पवन सिंह (उम्र 35 वर्ष), 2- आकाश पंवार पुत्र सावन पंवार (उम्र 24 वर्ष), 3- करन पंवार पुत्र रमेश पंवार (उम्र 31 वर्ष), 4- सनी पंवार पुत्र कैलाश पंवार (उम्र 34 वर्ष), 5- विकास पंवार पुत्र सावन पंवार (उम्र 22 वर्ष), और 6- रामू मोहन पुत्र मोहन (उम्र 33 वर्ष) के रूप में हुई।
ये सभी आरोपी मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के बोर गांव के निवासी हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से पुलिस ने मौके पर 14 नकली मोबाइल फोन और फर्जी बिल बरामद किए हैं।
पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि वे दिल्ली के करोल बाग स्थित गफ्फार मार्केट में फेरी वालों से अलग-अलग कंपनियों के पुराने या कम गुणवत्ता वाले मोबाइल फोन बहुत सस्ते दामों में खरीदते थे। इसके बाद, वे इन फोनों के फर्जी बिल बनाते थे, जिन पर ज्यादा कीमत अंकित करते थे। फिर वे दूर-दराज के क्षेत्रों, खासकर धार्मिक स्थलों या पर्यटन स्थलों पर जाकर लोगों को अपनी झूठी मजबूरी बताते थे,
जैसे कि उनकी जेब कट गई है, पर्स खो गया है, या साथी बिछड़ गए हैं। इस बहाने वे लोगों से कम दामों में (वास्तविक बिल के सापेक्ष, लेकिन खरीद मूल्य से अधिक) इन फोनों को बेच देते थे। इस तरह वे लोगों को चूना लगाकर काफी मुनाफा कमाते थे।
बदरीनाथ पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में सक्रिय इस ठग गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है और इन आरोपियों के अन्य ठगी के मामलों में शामिल होने के संबंध में भी जांच की जा रही है। आम जनता से अपील की है कि किसी अनजान व्यक्ति से मजबूरी का बहाना बताकर या किसी भी तरह की आकर्षक पेशकश पर कोई सामान न खरीदें और सतर्क रहें।
पुलिस टीम
1- उ0नि0 नवनीत भंडारी ( थानाध्यक्ष श्री बद्रीनाथ)
2- उ0नि0 विजय प्रकाश ( थाना श्री बद्रीनाथ)
3- उ0नि0 मनोज भट्ट ( थाना श्री बद्रीनाथ)
4-उ0नि0 विनोद रावत ( थानाध्यक्ष गोविन्दघाट)
5- उ0नि0 अमनदीप सिंह व टीम ( थाना गोविन्दघाट)
6-हे0कां0 किरण ( थाना श्री बद्रीनाथ)
7- हे0कां0 दीप प्रकाश ( थाना श्री बद्रीनाथ)
8- कां0 नरेश ( थाना श्री बद्रीनाथ)
9- कां0 आदर्श ( थाना श्री बद्रीनाथ)