समीक्षा: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से निपटने के लिए चमोली पुलिस प्रशासन भी तैयार, एसपी ने की समीक्षा बैठक–

by | Jul 3, 2025 | चमोली, निर्वाचन | 0 comments

पंचायत चुनाव को निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के निर्देश दिए, थाना प्रभारियों, क्षेत्रा​धिकारियों ने किया प्रतिभाग–

गोपेश्वर, 03 जुलाई 2025: जनपद चमोली में आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारियों को लेकर पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। चुनावों को निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और भयमुक्त वातावरण में संपन्न कराने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक श्री सर्वेश पंवार ने आज एक वर्चुअल समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में जनपद के सभी क्षेत्राधिकारी एवं थाना प्रभारियों ने प्रतिभाग किया।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई इस महत्वपूर्ण बैठक में पुलिस अधीक्षक ने चुनाव संबंधी तैयारियों की गहन समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।

एसपी सर्वेश पंवार ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है, ऐसे में कानून व्यवस्था बनाए रखना तथा असामाजिक तत्वों पर सख्ती से अंकुश लगाना पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी है। इसके लिए अधिक से अधिक निरोधात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए।

पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए मुख्य निर्देश इस प्रकार हैं:

1- प्रत्येक थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में चुनाव से पूर्व सुरक्षा व्यवस्थाओं को पुख्ता करें एवं समस्त संभावित जोखिमों का आकलन कर रणनीतिक कार्य योजना तैयार करें व संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथों का भौतिक निरीक्षण कर लें।

2- थाना क्षेत्रों में अवैध शराब, अवैध शस्त्र, मादक पदार्थों की तस्करी या उपयोग में लिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध सघन अभियान चलाकर प्रभावी कार्रवाई की जाए। ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।

3- चुनाव के मद्देनज़र सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए कि अपने क्षेत्र में निवासरत सभी शस्त्र लाइसेंस धारकों से शस्त्र शीघ्र जमा कराएं, ताकि चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था बनी रहे।

4- अभिसूचना इकाई को निर्देशित किया कि चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले संवेदनशील मुद्दों, अफवाहों या विवादास्पद गतिविधियों पर कड़ी नजर रखें और समय रहते कार्रवाई सुनिश्चित करें।

5- जिन व्यक्तियों का पूर्व चुनावों में विघ्न डालने, हिंसा फैलाने या कानून व्यवस्था भंग करने का इतिहास रहा है, उनकी पहचान कर उन पर निगरानी रखी जाए। आवश्यकतानुसार बॉन्ड भरवाने, नजरबंदी एवं अन्य निरोधात्मक कार्रवाई की जाए।

6- चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों एवं आचार संहिता का सख्ती से पालन अनिवार्य है। किसी भी प्रकार के उल्लंघन की स्थिति में तत्काल रिपोर्ट तैयार कर विधिक कार्रवाई की जाए।

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