गोपेश्वर नगर से लेकर कस्बा क्षेत्रों में मंदा रहा राखियों का धंधा, ऑनलाइन राखी बिक्री बढ़ी–
गोपेश्वर, 09 अगस्त 2025: रक्षाबंधन पर्व पर जहां दुकानों में बहिनों की भीड़उमड़ी रहती थी, वहीं अब ऑनलाइन बाजार ने राखियों का बाजार चौपट कर दिया है। शुक्रवार को राखियों की दुकानों में इक्का-दुक्का लोग ही राखियां खरीदते दिखे। राखी व्यवसायियों का कहना है कि राखियों की बिक्री बेहद कम हो गई है। लोग राखियों को ऑनलाइन मंगवा रहे हैं। जिससे दुकानों में खरीदार नहीं दिख रहे हैं।
गोपेश्वर, ज्योतिर्मठ, नंदानगर, पोखरी, कर्णप्रयाग, गौचर सहित कस्बा क्षेत्रों में स्थित राखी की दुकानों में राखियों की भरमार है। दुकानों में एक से बढ़कर एक राखियों के डिजाइन हैं। सस्ती से लेकर महंगी राखियां उपलब्ध हैं। लेकिन रक्षाबंधन को लेकर बाजार में कोई चहल-पहल नहीं दिखी।

राखी व्यवसायी शांति प्रसाद नौटियाल का कहना है कि ऑनलाइन व्यापार ने भाई बहिन के पवित्र रिश्ते को जोड़ने वाले राखियों के व्यवसाय को भी चौपट कर दिया है। लोग राखियों को ऑनलाइन मंगवा रहे हैं। वे कहते हैं कि उन्होंने इस बार 5000 रुपये की राखियां मंगवाई थी, जिनमें से 1000 रुपये की राखियां भी नहीं बिकी हैं।

राखी व्यवसायी आयुष चौहान और सोबत सिंह का कहना है कि दुकानों में राखियों की बिक्री कम हो गई है। ऑनलाइन का क्रेज बढ़ने से लोग दुकानों से राखियां कम ही खरीद रहे हैं। चमोली की अनामिका, अनुष्का और कनक का कहना है कि घर बैठे ही ऑनलाइन राखियों की शॉपिंग करने में आसानी होती है। घर बैठे कई डिजाइन की राखियां छांटकर खरीद ली जाती है।