चमोली: मांगल गीतों के साथ मां नंदा कैलाश के लिए हुई विदा, सैकड़ों भक्तों का हुजूम उमड़ा–

by | Aug 17, 2025 | आस्था, चमोली | 0 comments

30 अगस्त को नंदा सप्तमी पर बुग्यालों में होगी मां नंदा की विशेष पूजाएं, छह महिने अपने ननिहाल देवराड़ा में प्रवास करेगी बधाण की मां नंदा–

नंदानगर, 16 अगस्त 2025: मां नंदा के सिद्धपीठ कुरुड़ से 15 अगस्त को नंदा लोकजात का शुभारंभ हो गया है। उत्साह, उमंग और आस्था के साथ मंदिर में पहुंचे भक्तों ने मां नंदा के दर्शन कर पूजा अर्चना की। मां नंदा ने अपने भक्तों को दर्शन दिए और आशीर्वाद दिया। सिद्धपीठ कुरुड़ मंदिर परिसर से शनिवार को शाम चार बजे बधाण, दशोली और पीपलकोटी बंड क्षेत्र की डोली सैकड़ों भक्तों के साथ कैलाश के लिए विदा हुई। मां नंदा की विदाई के दौरान जय मां नंदा के जयघोष गूंज उठे।

बता दें कि बीते 14 अगस्त को मां नंदा की डोलियों को विधि-विधान से परिसर में स्थापित कर दिया गया था। दो दिनों तक भक्तों ने मां नंदा की पूजाएं आयोजित की। शनिवार को सुबह पांच बजे से ही सिद्धपीठ कुरुड़ मंदिर में विशेष पूजाएं शुरु हो गई थी। पुजारी योगेश्वर प्रसाद, विजय प्रसाद, मंशाराम, धनीराम, मुंशी चंद्र, अशोक गौड़ सहित विभिन्न आचार्य ब्राह्मणों ने मां नंदा की शक्ति पूजा संपन्न की। मां नंदा का श्रृंगार कर स्थानीय उत्पादों का भोग अर्पित किया गया।

मंदिर में पहुंचे भक्तों ने मां नंदा के दर्शन कर मनौतियां मांगी। अपराह्न 3 बजकर 45 मिनट पर पंडित अशोक गौड़ के नेतृत्व में बंड क्षेत्र की मां नंदा की डोली ने कैलाश के लिए प्रस्थान किया। इसके एक घंटे बाद अपराह्न चार बजे दशोली और बधाण की डोलियाें ने भक्तोें के साथ मंदिर से कैलाश के लिए प्रस्थान किया। बंड क्षेत्र की डोली अपने पहले पड़ावबटुला पहुंच गई है।

जबकि बधाण की मां नंदा राजराजेश्वरी की डोली चरबंग और दशोली की डोली फरखेत गांव पहुंच गई है। भक्तों ने मां नंदा की डोली का फूल मालाओं से स्वागत किया। नंदा मंदिर समिति के अध्यक्ष सुखवीर रौतेला ने बताया कि 30 अगस्त को दशोली की मां नंदा की डोली बालपाटा पहुंचेगी और बधाण की डोली वेदनी कुंड पहुंचेगी। इन जगहाें पर पूजा अर्चना के बाद बधाण की डोली छह माह के प्रवास के लिए देवराड़ा जाएगी और दशोेली की डोली वि​धिवतरुप से कुरुड़ मंदिर में स्थापित हो जाएगी। इस दौरान मंदिर में यज्ञ हवन होगा।

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