प्रधानाचार्य सीधी भर्ती परीक्षा नियमावली को निरस्त करने की मांग उठाई, चरणबद्ध आंदोलन शुरु करने की चेतावनी दी। 25 को ब्लॉक मुख्यालयों पर करेंगे धरना प्रदर्शन–
गोपेश्वर, 20 अगस्त 2025: प्रधानाचार्य सीधी भर्ती परीक्षा नियमावली 2022 को निरस्त करने और शत-प्रतिशत पदोन्नति व स्थानांतरण की मांग को लेकर जनपद के राजकीय शिक्षकों की चॉक डाउन कार्यबहिष्कारहड़ताल जारी है। शिक्षकों ने आक्रोश व्यक्त कर प्रदर्शन किया और दिनभर विद्यालय परिसर में धरना दिया। बुधवार को जनपद में तेज धूप खिली थी, बावजूद इसके शिक्षक अपने हक की लड़ाई के लिए चिलचिलाती धूप में भी धरने पर डटे रहे।
शिक्षकों का यह आंदोलन प्रांतीय कार्यकारिणी के आह्वान पर चल रहा है। पीएमश्री राजकीय इंटर कॉलेज गोपेश्वर में शिक्षक सुबह विद्यालय पहुंचे और पठन-पाठन छोड़कर धरने पर बैठ गए। धरना स्थल पर हुई सभा में अध्यक्ष दीवान सिंह कंडेरी ने कहा कि कई वर्षों के सेवाकाल के बाद शिक्षक पदोन्नति से प्रधानाचार्य पद तक पहुंचते हैं। लेकिन लंबे समय से यह प्रक्रिया पूरी तरह से बंद है और अब प्रधानाचार्य के लिए सीधी भर्ती प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
यह शिक्षकों के साथ अन्याय है। इस नियमावली के निरस्त होने तक आंदोलन किया जाएगा। शिक्षकों ने भर्ती प्रक्रिया को निरस्त करने, शत-प्रतिशत पदोन्नति और शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने की मांग उठाई है। इसके अलावा राइंका माणा घिंघराण सहित कई अन्य विद्यालयों में भी आंदोलन चल रहा है।
इस मौके पर मंत्री भूपेंद्र रावत, कोषाध्यक्ष नवनीत सिंह, अनूप खंडूरी, कुंवर सिंह रावत, विनोद पुरोहित, महेंद्र हिंदवाल, जयेंद्र सिंह पंवार, सुशील खंडूरी, प्रमोद कुमार पांडेय, विजय पंत, जगमोहन सिंह नेगी, धर्म सिंह चौहान, भुवनेश्वरी चौहान, नंद किशोर जोशी, सूरज पुंडीर, हरेंद्र कुंवर, नरेंद्र सिंह रावत आदि मौजूद रहे।
कहा कि 24 अगस्त तक विद्यालयों में चॉक डाउन व कार्य बहिष्कार के बाद, 25 को विकासखंड मुख्यालयों पर धरना व शिक्षा अधिकारियों का घेराव, 27 को जनपद मुख्यालयों पर धरना व घेराव, 29 को मंडल मुख्यालयों पर और एक सितंबर से शिक्षा निदेशालय देहरादून में जनपदवार धरना कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।