आपदा: बारिश से तहस-नहस हुए रास्ते, ऐसे में कैसे कैलाश विदा होगी मां नंदा–

by | Aug 29, 2025 | आपदा, आस्था, चमोली | 0 comments

नंदप्रयाग से सुनालीकंडारा तक के क्षेत्र में कहीं पैदल रास्ते टूटे तो कहीं पुलिया बही, नंदा राजजात के यात्रा पड़ावों का समय पर हो मरम्मत का काम–

गोपेश्वर, 29 अगस्त 2025: अगले साल यानि 2026 में मां नंदा की राजजात यात्रा आयोजित होगी। गांव-गांव में यात्रा को लेकर तैयारियां चल रही हैं। लेकिन आपदा से यात्रा पड़ाव तहस-नहस हो गए हैं। जिला प्रशासन को यात्रा पड़ावों के मरम्मत का काम जल्द शुरू कर देना चाहिए। जिससे मां नंदा की यात्रा सुगमता से आयोजित हो सके।

पूर्व जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मण सिंह बिष्ट

पूर्व जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मण सिंह बिष्ट ने बताया कि ग्राम पंचायत सुनाली, कंडारा, सोनला, चटंग्याला, बांथोली, तेफना, ग्वाला, ​थिरपाक, खटगोली, कमेड़ा आदि गांवों में भूस्खलन से पैदल रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कहीं बरसाती गदेरे उफान पर आने से पैदल पुलिया बह गई है। लोगों के आवाजाही मकान भी खतरे की जद में आ गए हैं। समय पर प्रशासन को रास्तों की मरम्मत का काम शुरू करना चाहिए।

पूर्व ग्राम प्रधान दिनेश रावत

पूर्व ग्राम प्रधान दिनेश रावत का कहना है कि चटंग्याला, बांथोली, तेफना, ग्वाला, ​थिरपाक, खटगोली और कमेड़ा गांव में आपदा से भारी नुकसान हुआ है। क्षेत्र में सड़कें तहस-नहस हो गई हैं। ग्वाला गांव में आवासीय मकान खतरे की जद में पहुंच गया है। जबकि नंदप्रयाग-नंदानगर सड़क पर जगह-जगह मलबा आने से सड़क बदहाल ​स्थिति में पहुंच गई है। उन्होंने शीघ्र पैदल रास्ते और सड़क मार्ग को सुदृढ करने की मांग उठाई है।

मंगरोली गांव के पूर्व ग्राम प्रधान तेजवीर कंडेरी

मंगरोली गांव के पूर्व ग्राम प्रधान तेजवीर कंडेरी ने बताया कि नंदा राजजात के रास्ते भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इन्हें समय पर दुरुस्त किया जाए। नंदप्रयाग से मां नंदा मंगलेश्वर महादेव मंदिर से होते हुए दशमद्वार मंदिर में जाती है। कई छंतोलियां साथ में चलती हैं। मां नंदा की राजजातनिर्विध्नरुप से संपन्न हो इसके लिए अभी से यात्रा पड़ावों पर मरम्मत का काम शुरू कर देना चाहिए। उन्होंने प्रशासन से मांग उठाई है कि जल्द मां नंंदा के यात्रा पड़ावों पर सुविधाएं दी जाएं।

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