भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष ने लगाया राजकीयशिक्षक संघ पर आरोप, कहा प्रधानाचार्य भर्ती का विरोध करना गलत–
गोपेश्वर, 18 सितंबर 2025: प्रधानाचार्य सीधी भर्ती नियमावली का विरोध कर रहे राजकीय शिक्षक संघ के निर्णय को भारतीय मानवाधिकार एसोशिएशन के जिलाध्यक्ष जसवंत लाल ने गलत ठहराया है।
उन्होंन जारी विज्ञप्ति में कहा है कि पिछले साल उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने प्रधानाचार्य पद पर 50 प्रतिशत विभागीय पदोन्नति के लिए आवेदन मांगे थे। उस वक्त योग्यता का मानक स्नातकोत्तर में 50 प्रतिशत और बीएड प्रवक्ता पद पर 10 वर्ष की सेवा रखा गया। इस मानक पर उत्तराखंड में 2894 आवेदन किए गए।
जिसकी परीक्षा 29 सितंबर 2024 को होनी थी। एन वक्त पर राजकीय शिक्षक संघ ने यह कहते हुए विरोध किया कि 15 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके सहायक अध्यापक को भी पदोन्नति परीक्षा में शामिल किया जाए। अब जब सहायक अध्यापकों को भी मौका दिया जा रहा है उसके बाद भी राजकीय शिक्षक संघ विरोध कर रहा है और शत प्रतिशत पदोन्नति पर अड़ा हुआ है।