गुप्तकाशी जाखधार में बाल विज्ञान महोत्सव में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी–

by | Oct 16, 2025 | ब्रेकिंग, रूद्रप्रयाग | 0 comments

सीमांत क्षेत्रों में सीमांत क्षेत्र विकास परिषद के गठन की घोषणा की, राजकीय डिग्री कॉलेज को 50 लाख रुपये देने की घोषणा की–

गुप्तकाशी, 15 अक्टूबर 2025। गुप्तकाशी के जाखधार नवोदय विद्यालय में आयोजित बाल विज्ञान महोत्सव में बतौर मुख्य अति​थि पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय डिग्री कॉलेज विद्यापीठ गुप्तकाशी के लिए 50 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने जनपद में आपदा प्रबंधन केंद्र के निर्माण हेतु जिलाधिकारी को कार्ययोजना बनाने हेतु आदेशित किया, साथ ही सीमांत क्षेत्रों में सीमांत क्षेत्र विकास परिषद के गठन की भी घोषणा की, जिसके लिए उन्होंने महानिदेशक, यूकॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत को आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया।

उत्तराखण्ड विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी परिषद ( सूचना प्रौद्योगिकी, सुराज एंव विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग ) उत्तराखण्ड सरकार द्वारा वर्ष 2025-26 में चतुर्थ सीमांन्त पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव का राज्य स्तरीय आयोजन का शुभारंभ आज 15 अक्टूबर को सीमान्त जनपद रुद्रप्रयाग के पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, बणसू, जाखधार, गुप्तकाशी में हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की गरिमामयी उपस्थित में किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। तत्पश्चात उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित बाल वैज्ञानिकों से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित किया तथा बच्चों की शंकाओं का समाधान भी किया, कार्यक्रम में विभिन्न जनपदों से आए हुए बाल वैज्ञानिकों ने मुख्यमंत्री से जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक जल संसाधन एवं संरक्षण, आपदा प्रबंधन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, ऊर्जा संरक्षण आदि विषयों पर चर्चा की गई, मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस भव्य आयोजन से सीमांत जनपदों के बाल वैज्ञानिकों को एक नई दिशा और अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने इस अवसर पर युकोस्ट की रुद्रप्रयाग डैशबोर्ड पुस्तक का विमोचन भी किया। यह जीआईएस आधारित रिमोट सिस्टम डैशबोर्ड है, जिसमें विभिन्न विभागों की योजनाओं से जुड़ी सूचनाएं एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगी।

मुख्यमंत्री ने बाल वैज्ञानिकों से संवाद करते हुए कहा कि सीमांत जनपदों में अब ऐसे नवाचार केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जहाँ आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी उपयोगी जानकारी और प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, सीमांत क्षेत्र के उद्यमी इंद्र सिंह रावत, और सीमांत सेवा फाउंडेशन के डॉ. पाटनी को सम्मानित किया। महोत्सव में कुल छह जनपदों के 238 बाल वैज्ञानिक प्रतिभाग कर रहे हैं, जिनमें 90 छात्र और 148 छात्राएं शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत नवाचार, अनुसंधान और आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में नई ऊँचाइयां छू रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का विजन है कि “नए भारत की गति और दिशा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के नवाचारों पर निर्भर करेगी।”

मुख्यमंत्री ने बताया कि विज्ञान की नई तकनीकों के बल पर आज भारत अंतरिक्ष सहित कई क्षेत्रों में अपना परचम लहरा रहा है। देहरादून देश की पांचवीं साइंस सिटी बनने जा रही है, जो उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न सरकारी सेवाओं को ई-गवर्नेंस के माध्यम से ऑनलाइन पोर्टल द्वारा सरल और सुलभ बनाया जा रहा है, जिससे जनसामान्य को पारदर्शी और प्रभावी सेवाएँ मिल रही हैं। उन्होंने कहा है कि कार्यक्रम का उद्देश्य प्रदेश मे विज्ञान, प्रौद्योगिकी एंव नवाचार को बढ़ावा देने व आम जीवन मे उसका समावेश करना तथा सीमांत क्षेत्रों के सतत विकास एवं वैज्ञानिक सशक्तिकरण पर केंद्रीत है।

इस मौके पर केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल, भाजपा जिलाध्यक्ष भारत भूषण भट्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम कठैत, राज्यमंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, एश्वर्या रावत, जिपं सदस्य त्रियुगीनारायण अमित मैखंडी, जयवर्द्धन कांडपाल यूकोस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत, बीकेटीसी सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, ब्लॉक प्रमुख पंकज शुक्ला, गणेश तिवारी, राय सिंह राणा, किरन शुक्ला, दिनेश उनियाल, दिनेश बगवाड़ी, भगत कोटवाल, दर्शनी पंवार, कुंवरी बर्त्वाल आदि मौजूद रहे।

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