भव्य रथयात्रा निकली, रामलीला में मुख्य पात्रों की भूमिका महिलाओं ने निभाई, भव्य हुई रामलीला–
ज्योतिर्मठ, 05 नवंबर 2025: ज्योतिर्मठ। सांस्कृतिक परिषद रविग्राम द्वारा आयोजित 56 वर्ष पुरानी पारंपरिक रामलीला का भव्य समापन बुधवार को भगवान श्री राम के राजतिलक (राज्याभिषेक) के साथ संपन्न हो गया। रविग्राम में 24 अक्टूबर से प्रारंभ हुई इस रामलीला में मंगलवार देर रात रावण वध का दृश्य प्रस्तुत किया गया, जिसके पश्चात बुधवार को भगवान श्री राम अयोध्या पहुंचे और उनका राज्याभिषेक संपन्न हुआ।

इस वर्ष रामलीला की विशेषता रही कि प्रमुख पात्रों की भूमिकाएं महिला कलाकारों द्वारा निभाई गईं, जिसने दर्शकों को आकर्षित किया और दूर-दराज से राम भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। भगवान राम के राजतिलक के अवसर पर रविग्राम मां चंडिका के प्रांगण से भव्य कलश रथ यात्रा निकाली गई,
जिसमें भक्तों ने उत्साहपूर्वक जय श्री राम के जयकारे लगाए, रामलीला के प्रमुख पात्र भगवान राम प्रियांशी डिमरी, लक्ष्मण खुशी राणा, सीता कोमल खंडूरी, हनुमान हनुमान प्रसाद डिमरी। सांस्कृतिक परिषद रविग्राम के अध्यक्ष महेंद्र नंबूरी एवं आयोजकों ने रामलीला के सफल आयोजन के लिए सभी कलाकारों, सहयोगियों एवं राम भक्तों का आभार व्यक्त किया। यह आयोजन स्थानीय संस्कृति एवं राम भक्ति की जीवंत परंपरा का प्रतीक बना रहा।

इधर, गोपेश्वर में संयुक्त रामलीला मंच की ओर से आयोजित रामलीला मंचन का विधिवत रुप से शुभारंभ हो गया है। सामाजिक कार्यकर्ता गौरी कश्यप ने मंचन की शुरुआत की। रामलीला के प्रथम दृष्य में रावण ने ब्रह्मदेव को प्रसन्न कर अमरता का वरदन मांगा, कुंभकरण ने निंद्रा और विभिषण ने प्रमुख की भक्ति करने का वरदान मांगा। ब्रह्मा से वरदान प्राप्त करने के बाद अहंकार से चूर रावण कैलाश पर्वत को हिलाता है।
जिस पर भोलेशंकर शिव तांडव कर रावण को श्राप देते हैं कि उसकी मृत्यु नर और वानरों के हाथों होगी। इधर, दशरथ के घर राम ने जन्म लिया।
इस मौके पर मुख्य राम सेवक हरीश तिवारी, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अनूप पुरोहित अंकोला, संरक्षक चंद्र प्रकाश भट्ट, सुरेंद्र रावत, नगर पालिका सभासद दीपक बिष्ट, देवेंद्र सिंह, सुनील चौहान, मनवर सिंह के साथ ही कई रामसेवक मौजूद रहे।


