धार्मिक अनुष्ठान: त्यूंग गांव के तुंगेश्वर मंदिर में महायज्ञ, ​शिव महापुराण में 351 जलकलशों की निकली भव्य जलयात्रा–

by | Nov 18, 2025 | आस्था, रूद्रप्रयाग, संस्कृति | 0 comments

पूर्णाहूति के लिए मंदिर में शुरू हुई व्यापक तैयारियां, सैकड़ों श्रद्धालुओं के जुटने की उम्मीद, भोलेनाथ के लग रहे जयकारे–

ऊखीमठ, 18 नवंबर 2025: रुद्रप्रयाग जनपद के परकंडी क्षेत्र के त्यूंग गांव में ​स्थित प्राचीन तुंगेश्वर मंदिर में चल रहे नौ दिवसीय महायज्ञ और ​शिव महापुराण का आज भव्य रुप से समापन समारोह आयोजित होगा। पूर्णाहूति के बाद मंदिर परिसर में विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। पूर्णाहूति की व्यापक तैयारियां शुरू हो गई हैं।

सोमवार को मंदिर में भव्य और दिव्य जलयात्रा का आयोजन हुआ। इसमें 351 जलकलशों की भव्य जलयात्रा का आयोजन किया गया। 18 नवंबर यानि आज महायज्ञ का समापन हो जाएगा। तुंगेश्वर महादेव मंदिर त्यूंग के स्वामी 108 भवानंद पुरी के मार्गनिर्देशन में यह धार्मिक अनुष्ठान आयोजित हो रहा है। जलकलश यात्रा में क्षेत्र के सैकड़ों भक्तगण शामिल हुए। पूरी त्यूंग घाटी उ​​थिंड गांव तक जय भोलेनाथ के जयकारे से गूंजायमान हो गई।

पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ कलश यात्रा सेमला गांव के समीप आकाश कामिनी नदी के तट पर पहुंची, जहां पूजा, अर्चना के बाद जल कलशों में भरा गया। भोलेनाथ के जयकारों के बीच कलश यात्रा मंदिर पहुंची और यहां कलशों का जल मंदिर में अर्पित किया गया।

व्यासपीठ पर विराजमान आचार्य बृजमोहन सेमवाल ने शिव महापुराण में ब्रह्मा और विष्णु द्वारा शिव स्तुति एवं शिव लिंग की महिमा का वर्णन किया। इस दौरान भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर जगमोहन रावत, उमाशंकर त्रिवेदी, सर्वेश सेमवाल, प्रेम सिंह राणा, गंगाराम सकलानी, चंद्रमोहन नेगी, सुंदर सिंह भंडारी, अनसूया रावत, चंद्रमोहन नेगी के साथ ही सैकड़ों श्रद्धालु शामिल रहे।

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