दिल्ली सहित कई जगहों के पर्यटक पहुंचे टिम्मरसैंण, नीती घाटी में चारों ओर बिछी बर्फ को देख अभिभूत हो उठे पर्यटक–
चमोली। तिब्बत (चीन) सीमा क्षेत्र के अंतिम गांव नीती के समीप स्थित टिम्मरसैंण गुफा में बाबा बर्फानी विराजमान हो गए हैं। इसी के साथ कई श्रद्घालु और पर्यटक भी नीती घाटी की ओर रुख करने लगे हैं। नीती घाटी में इन दिनों चारों ओर बर्फ बिछी हुई है, जिसे देख पर्यटक अभिभूत हो रहे हैं। हर वर्ष ठंड बढ़ने पर यहां बर्फानी बाबा विराजते हैं। टिम्मरसैंण में इन दिनों मौसम सुहावना बना हुआ है। जोशीमठ-मलारी हाईवे पर मलारी से आगे बर्फ बिछी हुई है। नीती गांव के साथ ही बांपा, गमशाली, महरगांव सहित कई अन्य गांवों के ग्रामीण शीतकाल में चमोली जनपद के निचले क्षेत्रों में निवास करते हैं, जबकि पैतृक गांव इन दिनों बर्फ से ढके हैं। सुरांईथोटा से आगे कई जगहों पर बर्फ जमी हुई है। अमरनाथ की तरह ही टिम्मरसैंण में भी एक गुफा में प्राकृतिक रुप से बर्फ से शिवलिंग की आकृति उभरती है। जैसे ही गुफा में शिवलिंग आकार ले लेते हैं तो यहां दर्शनों के लिए श्रद्घालुओं के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो जाता है। रूद्रप्रयाग से टिम्मरसैंण गुफा में बर्फानी बाबा के दर्शनों को पहुंचे प्रदीप पंवार, तरुण पंवार, राहुल नौटियाल और गौरव टिम्मरसैंण महादेव के दर्शन कर अपने को धन्य महसूस कर रहे हैं। श्रद्घालुओं का कहना है कि नीती घाटी से वापस जाने का मन नहीं करता है। यहां सुकून मिल रहा है। ऊंचे-ऊंचे हिम्माच्छादित पहाड़ मन को लुभा रहे हैं। दिल्ली के पर्यटक मनुज शर्मा, मयंक और दिपाली ने बताया कि वे उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों के सैर-सपाटे पर पहुंचे थे। उन्हें टिम्मरसैंण गुफा के बारे में पता चला तो यहां चले आए। अमरनाथ गुफा की तरह ही यहां भी गुफा में बर्फानी बाबा विराजमान हैं। मलारी से आगे सड़क पर बर्फ बिछी थी। नदी किनारे से गुजर रही सड़क पर चलने का आनंद अपने में सुकून पहुंचाने वाला था। नीती घाटी में बिताए पलों को कभी भूल नहीं सकते हैं। मौका मिला तो दोबारा यहां के सैर-सपाटे पर पहुंचेंगे।