चमोली और रुप्रयाग जनपद के मध्य में स्थित मोहनखाल क्षेत्र को सड़क से जोड़ा जाए, चोपता-मोहनखाल सड़क का निर्माण शुरू किया जाए– गोपेश्वर। चमोली और रुद्रप्रयाग जनपद के मध्य में स्थित खूबसूरत पर्यटन स्थल मोहनखाल को विकास की दरकार है। स्थानीय निवासियों, जनप्रतिनिधियों और व्यापारियों ने मोहनखाल को सड़क व अन्य सुविधाएं मुहैया कर पर्यटन सर्किट से जोड़ने की मांग की है। कहा कि सड़क की सुविधा न होने से खूबसूरत मोहनखाल क्षेत्र पर्यटकों की नजरों से आज भी दूर है। बदरीनाथ विधायक महेंद्र भट्ट को भी ज्ञापन सौंपा गया है। ग्राम पंचायत ब्राह्मण थाला के ग्राम प्रधान दीपक थपलियाल, किणजाणी के प्रधान महेंद्र बिष्ट, मोहनखाल बाजार के व्यापार संघ अध्यक्ष त्रिलोक सिह नेगी, सामाजिक कार्यकर्ता देवी प्रसाद थपलियाल, डा. रमेश चंद्र, डा. राजीव, धर्मेंद्र सिंह बिष्ट, ओम प्रकाश थपलियाल, ओम प्रकाश नेगी, अमर सिंह बिष्ट, संजय बिष्ट, रवि थपलियाल, राजीव नेगी और वसुदेव बिष्ट ने कहा कि मोहनखाल क्षेत्र पर्यटन के लिहाज से बेहद खूबसूरत स्थल है। यह स्थान प्रसिद्घ कार्तिक स्वामी मंदिर, नागनाथ, बामनाथ, चंद्रनगर जैसे दर्शनीय स्थलों के मध्य में स्थित है। बताया गया कि अस्सी के दशक में 13 किमी मोहनखाल-चोपता मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू हुआ, जिसमें से करीब आठ किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य हुआ तो वन विभाग ने वन भूमि हस्तांतरण प्रक्रिया पर सड़क का कार्य रोक लिया। इसके बाद न तो लोक निर्माण विभाग ने सड़क निर्माण की पैरवी की और ना ही जनप्रतिनिधियों ने। तब से सड़क निर्माण कार्य अधर में लटका है। स्थानीय लोगों ने शीघ्र सड़क निर्माण कार्य शुरू कर मोहनखाल क्षेत्र को पर्यटन सर्किट से जोड़ने की मांग उठाई है। कहा गया कि यदि चोपता से मोहनखाल तक सड़क निर्माण होता है तो पोखरी क्षेत्र में पर्यटकों का आना-जाना शुरू हो जाएगा। यहां पर्यटन व्यवसाय भी खूब चलेगा और लोगों को रोजगार मिल जाएगा। जोशीमठ की तर्ज पर मोहनखाल, पोखरी, कनकचौंरी, चंद्रनगर क्षेत्र में पर्यटकों की वर्षभर आवाजाही बनी रहेगी। पोखरी के नगर पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद पंत ने चोपता-मोहनखाल सड़क के निर्माण के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री से वार्ता करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रधानमंत्री को भी ज्ञापन भेजा जाएगा।