चारों ओर से बर्फ से ढका तुंगनाथ मंदिर, प्राकृतिक सुंदरता ऐसी कि मानों स्वर्ग में कर रहे हों विचरण–
ऐसा स्थान न पहले कभी देखा था और ना ही भविष्य में इससे बेहतर स्थान देखने को मिल सकेगा। यदि पृथ्वी पर कहीं स्वर्ग है तो यहीं वह स्थान होगा। ऐसा कहना है तुंगनाथ क्षेत्र के सैर-सपाटे पर पहुंच रहे पर्यटकों का। जो भी पर्यटक यहां पहुंच रहा है, यहां के प्राकृतिक नजारों में खो रहा है।
तुंगनाथ मंदिर के चारों ओर इन दिनों बर्फ की सफेद चादर बिछी है। मंदिर भी आधे से अधिक बर्फ से ढका हुआ है। यहां से दिख रही हिमाच्चादित चोटियां पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। पर्यटन स्थल चोपता, दुग्गलभिट्टा और अन्य जगहों पर पर्यटकों का जमावड़ा लगा हुआ है। हर कोई तुंगनाथ मंदिर तक पहुंचने को आतुर दिख रहा है। दिल्ली के पर्यटक मानसी, अतुल और मेघा का कहना है कि ऐसा स्थान पहले कभी नहीं देखा था। यहां आकर मन, मस्तिष्क को सुकून मिल रहा है।
पिछले तीन दिनों से इसी क्षेत्र में घूम रहे हैं। इन दिनों तुंगनाथ मंदिर के द्वार शीतकाल के लिए बंद हैं, इसके बावजूद भी यहां पर्यटकों का तांता लग रहा है। जबकि ऑफ सीजन में मंदिर तक किसी भी तीर्थयात्री या पर्यटकों का प्रवेश वर्जित होता है, लेकिन पर्यटकों को रोकने वाला कोई नहीं है। यहां कोई गार्ड भी मौजूद नहीं है। यह मंदिर की सुरक्षा में भी चूक है। पर्यटक दिनभर यहां चहलकदमी कर रात्रि प्रवास के लिए चोपता पहुंच रहे हैं। पर्यटक यहां बर्फ का आनंद ले रहे हैं। कई पर्यटक तुंगनाथ से आगे चंद्रशिला तक भी पहुंच रहे हैं।