गौरीकुंड में चमोली के घोड़ा-खच्चर संचालकों के साथ क्यों हो रहा यह सौतेला व्यवहार–

by | May 18, 2022 | आरोप, चमोली, समस्या | 0 comments

 घोड़ा-खच्चर संचालकों ने रुद्रप्रयाग के एसपी को भेजा ज्ञापन, हस्तक्षेप की मांग की– 

चमोलीः केदारनाथ यात्रा मार्ग पर अन्य क्षेत्रों के साथ ही चमोली जनपद से भी करीब पांच हजार घोड़े-खच्चर गौरीकुंड पहुंचे हैं, लेकिन चमोली के घोड़ा-खच्चर संचालकों के साथ यहं सौतेला व्यवहार हो रहा है, केदारनाथ मार्ग पर घोड़े-खच्चरों का संचालन कर रहे चमोली जनपद के घोड़ा-खच्चर संचालकों ने गौरीकुंड से केदारनाथ तक घोड़े खच्चरों का संचालन क्रमवार जिला या क्षेत्र के हिसाब से करने की मांग की गई है, संचालकों ने रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन भेजकर शीघ्र गौरीकुंड में घोड़ा खच्चरों के संचालन की प्रीपेड व्यवस्था सुव्यवस्थित करवाने की मांग की है, उन्होंने कहा कि गौरीकुंड में घोड़ा-खच्चर प्रीपेड काउंटर पर जिला पंचायत के कर्मचारियों द्वारा चमोली जनपद के घोड़ा-खच्चर संचालकों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है, उन्हें घोड़ा-खच्चर संचालन की अनुमति तक नहीं दी जा रही है, यह पिछले चार-पांच दिन से हो रहा है।  

निजमुला घाटी के सेंजी गांव निवासी भरत सिंह राणा, नंदानगर के बलवीर नेगी, मनीष फरस्वाण, सूरी रावत, दिनेश चौधनरी, मनवर रावत आदि का कहना है कि केदारनाथ यात्रा के गौरीकुड में जिला पंचायत ने घोड़े खच्चरों के संचालन के लिए प्रीपेड काउंटर बना रखे हैं, यहां अभी चमोली जनपद से पंजीकृत करीब 5000 घोड़े-खच्चर मौजूद हैं, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, उत्तरकाशी सहित अन्य क्षेत्रों के घोड़ों का संचालन तो नियमित हो रहा है, लेकिन चमोली के लोगों के घोड़े-खच्चरों का संचालन नहीं होने दिया जा रहा है, उनकी मांग है कि क्रमवार सुबह चार बजे से शाम तीन बजे तक जिसका भी नंबर आता है उसे केदारनाथ जाने दिया जाए।  

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