स्मार्ट सिटी की तर्ज पर किया जा रहा इस गांव को विकसित, विभिन्न योजनाओं का भी होगा संचालन–
— देहरादून से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित क्यारकुली भट्टा गांव उत्तराखंड के पहले स्मार्ट विलेज के रुप में विकसित होगा।यहां जिम,फील्ड,स्कूल,अस्पताल, रोड, लाइट जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं पहुंच चुकी हैं। क्यारकुली भट्टा गांव में कुल परिवार 316 और कुल आबादी 2600 है। यहां बीरधार, बासागाड, नाग मंदिर, तुनधार, क्यारकुली,चोपडासार और भट्टा मजरे हैं। यहां हर घर को रोड से जोड़ने का प्रयास, एक करोड़ दस लाख रुपये से सड़क निर्माण कार्य, हर घर जल,हर घर नल, 45 लाख के पहले फेज के कार्य, गांव में स्ट्रीट लाइट, 15 हजार पौधरोपण, सड़क के पास बैंचेज, क्यारकुली गांव में पूर्ण रूप से अंडर ग्राउंड नाली निर्माण कार्य किया जाएगा।
पहाड़ों की रानी मसूरी की गोद में बसा क्यारकुली भट्टा गांव देहरादून से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ये मुख्य पर्यटक स्थल है। झील और भट्टा फॉल इस ग्राम पंचायत से लगे हुए है। मसूरी का सबसे पौराणिक नाग मंदिर भी इसी ग्राम पंचायत में स्थित है। ये कृषि प्रधान गांव रहा है। यहां के मीठे भुट्टे बेहद प्रसिद्ध है,जिसके कारण यहाँ का नाम भट्टा पड़ा। यहां सबसे ज्यादा क्यारी बनने के कारण इसको क्यारकुली नाम मिला।
जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने बताया कि क्याराकुली भट्टा गांव स्मार्ट गांव के रूप में विकसित होने की ओर अग्रसर है, पंचायत राज विभाग की ओर से इस गांव को स्मार्ट विलेज बनाने की प्रक्रिया गतिमान है। जल्द ही यह गांव उत्तराखंड का पहला स्मार्ट विलेज बनकर तैयार होगा, जो अन्य गांवों के लिए एक प्रेरणा बन सकेगा। जनपद के समस्त विकासखण्डों में एक-एक गांव को स्मार्ट बनाने की योजना है तथा इसके लिए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। इससे आस-पास के गांव भी इसके लिए प्रेरित होंगे।