एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित पुलिस टीम कर रही ढूंढखोज, लेकिन नहीं मिल पाया राजेश्वरी का कोई सुराग–
पीपलकोटीः मेनागाड में बही स्यूंण गांव की 28 साल की राजेश्वरी का अभी तक भी कोई सुराग नहीं मिला है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आपदा प्रबंधन और पुलिस टीम मेनागाड के दोनों छोर पर उसकी ढुंढखोज करने में जुटी है, लेकिन वह न जाने किस भंवर में फंस गई, घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। राजेश्वर के साथ नदी में गिरी और बचकर निकाली माघी देवी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पीपलकोटी में प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है।
बृहस्पतिवार को स्यूंण गांव निवासी राजेश्वरी पुत्री सोबन सिंह और माघी देवी पत्नी भूपाल सिंह घास लेने जंगल गई थी। गांव से कुछ दूरी पर मेनागाड पर निर्मित पुलिया के टूटने से दोनों बह गए। माघी देवी जैसे तैसे तेरकर बाहर आ गई, लेकिन राजेश्वरी बह गई।
माघी देवी ने गांव पहुंचकर अन्य ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और प्रशासन को इसकी सूचना दी। घटना की सूचना के तुरंत बाद मौके पर राजेश्वरी की ढूंढखोज के लिए सर्च अभियान चलाया गया, लेकिन अभी तक भी उसका कोई सुराग नहीं मिला है।