पढें, क्या है मामला, जिला प्रशासन के खंड विकास अधिकारियों को दिए मौखिक निर्देश से खफा हैं प्रधान-
गोपेश्वरः मनरेगा योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पैदल रास्ते, खडंजा मार्ग न बनने से चमोली का प्रधान संगठन खफा है। संगठन ने मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पैदल रास्तों के निर्माण कार्यों पर लगी रोक को तत्काल हटाने की मांग की है। संघ का कहना है कि इस रोक से जनपद में आपदा से क्षतिग्रस्त रास्तों की मरम्मत नहीं कर पा रहे हैं। कहा गया कि यदि जल्द इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया तो वह न्यायालय की शरण में जाने को मजबूर होंगे।
प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष मोहन नेगी, महामंत्री पुष्कर सिंह राणा, प्रधान शरणा चांई अंशु देवी, विधिक सलाहकार आनंद सिंह राणा ने जिलाधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन भी भेजा है। कहा गया कि मनरेगा के तहत पूरे प्रदेश के जनपदों में सार्वजनिक पैदल मार्ग और सीमेंट के पक्के कार्य हो रहे हैं। जबकि चमोली जनपद में प्रशासन की ओर से खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि मनरेगा योजना के तहत सीमेंट कार्य से संबंधित पक्के कार्य नहीं किए जाएं। सिर्फ कृषि संबंधित कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। जिसमें भूमि सुधार, सिंचाई गूल, उद्यानीकरण, सुरक्षा दीवार आदि शामिल हैं। पिछले साल से इन कार्यों पर मौखिक रोक लगी हुई है।