नदी में फेंकने के बाद पुलिस थाने में हलवाई की गुमशुदगी दर्ज कराने भी पहुंचा, सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो सच्चाई आ गई सामने–
उत्तरकाशीः नगर क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। फिल्मी स्टाइल में एक हेल्पर ने हलवाई के डांटने पर उसे उफनती भागीरथी नदी में फेंक दिया। हेल्पर दुकान मालिक के साथ हलवाई की गुमशुदगी दर्ज कराने कोतवाली में भी पहुंच गया। लेकिन जब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो मामले का खुलासा हो गया। पुलिस ने हेल्पर के खिलाफ हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, 31 जुलाई को स्वीट शॉप मालिक शिवराज गुसाईं ने कोतवाली में अपने कर्मचारी सोबत सिंह की गुमशुदगी दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने मामले में खोजबीन शुरू कर दी। स्वीट शॉप के दूसरे कर्मचारी महादेव नौटियाल, ज्ञानसू गांव निवासी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 30 जुलाई की रात को उसने और सोबन सिंह ने एक साथ बैठकर कर शराब पी थी। जिसके बाद दोनों अपने-अपने घरों को लौट गए थे। पुलिस ने जब शहर के सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो मामले में बड़ी वारदात सामने आई। सीसीटीवी कैमरे में सोबन सिंह और महादेव एक साथ केदारघाट की तरफ जाते हुए दिखाई दिए।
केदार घाट के समीप सोबन सिंह घाट की रैलिंग से उफनती भागीरथी का वीडियो बनाने लगा, इसी दौरान मौके का फायदा उठाकर अचानक महादेव ने सोबन सिंह के पांव पकड़ कर उसे नदी में फेंक दिया। पुलिस ने जब सख्ती से महादेव से पूछताछ की तो उसने सबकुछ उगल दिया। महादेव ने पुलिस को बताया कि सोबन सिंह उसे काम करने के लिए डांडता रहता था। जो उसे अच्छा नहीं लगता था। महादेव ने पुलिस को बताया कि उसने सोबन सिंह को मारने की पहले से ठान ली थी। स्वीट शॉप मालिक के साथ गुमशुदगी दर्ज कराने वह इसलिए आया कि कोई उस पर शक न करे।
चौकी प्रभारी प्रकाश राणा ने बताया आरोपी महादेव के खिलाफ हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने घटना का खुलासा मात्र 6 घंटे में किया। 31 जुलाई सुबह करीब 10 बजे सोबन सिंह की गुमशुदगी दर्ज की गई थी। शाम तीन बजे तक पुलिस ने पूरी घटना का खुलासा भी कर दिया था। पुलिस टीम में चौकी प्रभारी प्रकाश राणा, एसएसआई मोहन कठैत, दीपक सिंह, गोविंद सिंह, सरदार सिंह, प्रमोद सिंह, मनीष मंमगाई, कपिल नीरज शामिल रहे। पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने टीम की सराहना करने के साथ ही पुरस्कार देने की घोषणा की।