पर्वतीय शिल्पकार कल्याण सभा ने हरिप्रसाद टम्टा को पुण्य तिथि पर किया याद–
गोपेश्वरः पर्वतीय शिल्पकार कल्याण सभा ने गोपेश्वर में मुंशी हरिप्रसाद टम्टा की पुण्य तिथि पर उन्हें याद करते हुए उनके अनुसूचित जातियों के उत्थान के लिए किए कार्यों पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि हरिप्रसाद टम्टा ने अनुसूचित जातियों के कल्याण के लिए जीवन प्रयत्न कार्य किए।
डा. अंबेडकर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में शिल्पकार कल्याण सभा, बामसेफ, मूल निवासी संघ, सेवारत अनुुसूचित जाति शिक्षक एसोसिएशन के सदस्यों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। वक्ताओं ने मुंशी हरिप्रसाद टम्टा के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। हरिप्रसाद के अथक प्रयासों से विभिन्न उपजातियों में बंटे अनुसूचित जाति के लोगों को एकसूत्र में बांधते हुए उन्हें शिल्पकार जाति नाम दिया गया। साथ ही इसे शासकीय मान्यता दिलाने में भी अहम योगदान दिया। वे लगातार लोगों को अंधविश्वास और रुढ़ीवाद से लोगों को दूर रहने को प्रेरित करते रहते थे।
कार्यक्रम में लोगों से जातिवादी मानसिकता से दूर रहने का आह्वान किया गया। साथ ही सरकार से जाति व्यवस्था के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पहल करने की मांग की गई। कार्यक्रम में पर्वतीय शिल्पकार सभा के अध्यक्ष गिरीश आर्य, देवेंद्र अग्निहोत्री, राकेश टम्टा, मनीष कपरवाण, सुनीता कपरवाण, धर्मवीर सैलानी, अज्जू अग्निहोत्री, जंगी रड़वाल, पुष्कर वैधवाल, जीडी हिंदवाल, नरेंद्र लाल, हरिश टम्टा आदि लोग मौजूद रहे।