पहलः हिमालय क्षेत्र में छोटे भूकंप न आना बड़े भूकंप का संकेत–

by | Sep 10, 2022 | चमोली, जागरुकता | 0 comments

राजकीय महाविद्यालय पोखरी के भूगोल विभाग ने माणा गांव में आयोजित संगोष्ठी में बोले विशेषज्ञ– 

गोपेश्वरः  राजकीय महाविद्यालय पोखरी के भूगोल विभाग की ओर से गांव माणा में हिमालय दिवस पर संगोष्ठी आयोजित की गई, संगोष्ठी का शुभारंभ उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने ऑनलाइन किया। उन्होंने माणा गांव को हिमालय रक्षक गांव बताया। प्राचार्य प्रो. पंकज पंत ने हिमालय की आंतरिक और वाह्य संरचना सैल के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हिमालय क्षेत्र में छोटे भूकंप आने जरुरी हैं। छोटे भूकंप ना आना बड़े भूकंप का संकेत है। हिमालय क्षेत्र में स्थित खनिज संपदा का दोहन कम से कम होना चाहिए।

ज्योग्राफिकल सोसाइटी ऑफ सेंट्रल हिमालय की अध्यक्ष व एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय ‌विवि पौड़ी कैंपस के भूगोल विभागाध्यक्ष प्रो. अनीता रोडला ने कहा कि हिमालय मस्तक है। इससे छेड़छाड़ करना भविष्य के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है। इसका पा‌रिस्थितिकी तंत्र पर असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन जैसी आपदाएं मनुष्य की देन हैं,‌ जिससे कि इस का सीधा असर हिमालय पर पड़ रहा है।

डा. राजेश भट्ट ने कहा कि हिमालय पूरे देश के लिए वाटर और ऑक्सीजन टेंक है। हमें इसे प्राकृतिक रखना होगा और स्वच्छता से ही इसकी सुंदरता बनी रह सकेगी। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने माणा गांव में पर्यावरण संरक्षण के लिए जन जागरुकता रैली भी आयोजित की। इस मौके पर डा. अंजली रावत, डा. उपेंद्र चौहान, छात्रा सपना, अंजलि, प्रतिभा, रंजना, अनिल, शाइनी उनियाल आदि मौजूद रहे।

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