बिरही में आयोजित हुई वन पंचायत सरपंचों की जिलास्तरीय कार्यशाला, वन सरपंचों को मानदेय दिए जाने की उठी मांग–
गोपेश्वरः बिरही में सोमवार को अलकनंद वन प्रभाग की पीपलकोटी रेंज की ओर से एक जिलास्तरीय वन सरपंचों की वनाग्नि सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। इस दौरान वन पंचायतों को वनाग्नि में सराहनीय कार्य पर पुरस्कृत करने और वनाग्नि के दौरान उन्हें मेडिकल किट उपलब्ध कराने की बात कही गई।
कार्यशाला में अलकनंदा वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी रमाकांत तिवारी ने कहा कि वनाग्नि की रोकथाम में वन पंचायतों की भागेदारी अधिक है। सामूहिक प्रयास से ही जंगलों को आग से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वनाग्नि की रोकथाम में बढ़चढ़कर प्रतिभाग करने वाली वन पंचायतें पुरस्कृत होंगी। वन पंचायतों को मेडिकल किट भी उपलब्ध कराया जाएगा। सरपंच संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत ने वन सरपंचों के मानदेय की मांग उठाई। कहा कि वन सरपंच तभी जंगलों में अपना सहयोग देंगे, जब उन्हें सम्मानजनक मानदेय मिले। उन्होंने कहा कि वन पंचायतों के संरक्षण व संवर्द्घन के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जाए।
इस मौके पर वन सरपंच संघ कर्णप्रयाग के अध्यक्ष राजेंद्र चंद्र खंडूरी, नारायणबगड़ के अध्यक्ष भगवती प्रसाद सती, महिपाल सिंह रावत, वन क्षेत्राधिकारी अनुराग जुयाल, लंगासू के कैलाश खंडूड़ी, प्रताप सिंह बुटोला, रविंद्र कुमार निराला, वन दरोगा बुद्घि बल्लभ जोशी, सरोजनी, बीना, प्रेमबल्लभ पंत के साथ ही सभी विकासखंडों के वन सरपंच व वन अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे।