पर्यटन विभाग ने शुरू किया राफ्टिंग प्रशिक्षण, देवलीबगड़ होगा वाटर स्पोर्ट्स के रूप में विकसित–
गोपेश्वरः जिला पर्यटन विभाग ने देवलीबगड़ में विकसित किए रीवर राफ्टिंग केंद्र का संचालन पीपीपी मोड यानि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) में किया जा रहा है। इस यात्रा सीजन में यात्रियों और पर्यटकों को ऋषिकेश की तर्ज पर चमोली जिले के देवलीबगड़ में अलकनंदा नदी में रीवर राफ्टिंग की सुविधा मिल सकेगी। चमोली जिला पर्यटन विभाग ने यहां पांच दिवसीय राफ्टिंग प्रशिक्षण शुरू कर दिया है। जिसमें चमोली जिले के 25 प्रशिक्षणार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं।
नंदप्रयाग के पास देवलीबगड़ को काफी समय से वाटर स्पोर्ट्स के रूप में विकसित करने की योजना चल रही है। इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से यहां पर पर्यटकों को ठहरने के लिए हट भी बनाए गए हैं। यहां अलकनंदा नदी में रीवर राफ्टिंग को लेकर भी लंबे समय से प्रयास चल रहे थे। अब पर्यटन विभाग की ओर से बुधवार से देवलीबगड़ में अलकनंदा नदी में राफ्टिंग प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है। प्रशिक्षण का विधिवत शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी डा. ललित नारायण मिश्र ने की। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से जल क्रीड़ा की सभी बारीकियों को सीखने को कहा। जिससे यह क्षेत्र बेहतर राफ्टिंग के रूप में विकसित हो सके।
जिला पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा ने बताया कि देवलीबगड़ में राफ्टिंग का संचालन पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर किया जाएगा। यहां पर्यटकों को आवास के साथ ऋषिकेश की तर्ज पर राफ्टिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी। यहां पर सभी जरूरी सुविधाओं को मुहैया कराया जाएगा। इस दौरान पर्यटन विभाग के जनार्दन थपलियाल, नरेंद्र बैरवाल, दीपक भंडारी, मुख्य प्रशिक्षक अभिषेक सगोई, प्रशिक्षक राहुल, मदन, पवन थपलियाल के साथ ही कई प्रशिक्षण मौजूद रहे।