नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा, मृतकों के परिजनों को 25 लाख व परिवार के सदस्य को मिले नौकरी–
चमोली: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने बृहस्पतिवार को गोपेश्वर जिला अस्पताल में भर्ती घायलों का हालचाल पूछा। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में करंट से मरने वाले 16 लोग भ्रष्टाचार और प्रशासन की लापरवाही की भेंट चढ़े हैं। सरकार को आपराधिक मामला दर्ज कर जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए। मृतकों के परिजनों को 25 लाख मुआवजा और एक-एक आश्रित को नौकरी देनी चाहिए।
वे मृतकों के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके साथ पूर्व विधायक डॉ. जीतराम, जिलाध्यक्ष मुकेश नेगी, बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी, कांग्रेस नेता मनीष खंडूरी, तेजवीर कंडेरी, हरिकृष्ण भट्ट आदि कांग्रेस नेता भी मौजूद थे। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर घायलों को अच्छी से अच्छी चिकित्सा देकर उनकी जान बचानी चाहिए। इसके लिए सरकार को तत्परता से कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में मानवजनित दुर्घटना में इतनी बड़ी क्षति पहले कभी नहीं हुई। पहले जब एक कर्मचारी की ड्यूटी के दौरान करंट से मौत हो गई थी तो प्रशासन को सजग हो जाना चाहिए था। लेकिन सुबह फिर करंट फैला और 16 लोग जान गंवा बैठे, दो बार करंट कैसे आया इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर काम करने वाली एजेंसी, उसकी देखरेख के जिम्मेदारों पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। इतनी बड़े हादसे की जिम्मेदारी किसकी है इस सवाल का जवाब मिलना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों के साथ पूरा प्रदेश खड़ा है, सरकार को भी खड़ा होना चाहिए। मृतकों के परिजनों को 25 लाख मुआवजा और एक-एक आश्रित को नौकरी देनी चाहिए। जो घायल हैं उनको भी 10 लाख का मुआवजा मिलना चाहिए, क्योंकि बिजली के करंट का प्रभाव सालों तक शरीर पर रहता है।