अतिक्रमणकारियों ने वन विभाग के अधिकारियों का निर्देश नहीं माना, तो महिलाओं ने स्वयं ही उखाड़ फेंका अतिक्रमण की बाढ़–
गोपेश्वर: आपदा से त्रस्त कौंज पोथनी गांव की महिलाओं को जब चारापत्ती के लिए भटकना पड़ा तो, गांव की महिलाओं ने स्वयं ही मोर्चा संभाला और वर्षों पुराने अतिक्रमण को हटा दिया। दशोली विकास खंड का कौंथ पोथनी गांव इन दिनों आपदा की मार झेल रहा है। गांव के चारों ओर से भूस्खलन और भूधंसाव हो रहा है। पैदल रास्ते और सड़कों का नामोनिशान मिट गया है।
महिलाओं को चारापत्ती लेने के लिए भी भटकना पड़ रहा है। ग्रामीणों की अतिक्रमण की शिकायत पर कुछ दिनों पूर्व गांव में तहसील और वन विभाग की टीम पहुंची थी। टीम ने अतिक्रमणकारियों को तीन दिनों के भीतर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे। लेकिन तीन दिन गुजर जाने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटा। तब महिलाओं ने गोष्ठी की और खुद ही अतिक्रमण हटाने का फैसला लिया।
रविवार को महिला मंगल दल अध्यक्ष दीपा देवी और सरपंच सरिता देवी के नेतृत्व में सुरेशी देवी, आशा कठैत, पुष्पा, मीरा, उर्मिला, सोनिया, मंजू, माहेश्वरी देवी, सरोज, कविता देवी ने अतिक्रमण हटाकर अपनी वन पंचायत की भूमि को अतिक्रमण मुक्त कर दिया। महिलाओं ने वहां से हरी घास भी निकाली। और साफ तौर पर कहा कि यदि फिर अतिक्रमण हुआ तो फिर से सभी समूह बनाकर अतिक्रमण को हटा देंगी। वन विभाग के अधिकारियों ने भी महिलाओं के साहस की प्रशंसा की है।