जोशीमठ के सांस्कृतिक सलूड़ गांव में हिमालय बचाओ अभियान के तहत आयोजित हुई बैठक, पारंपरिक बीजों को बचाने की अपील–
जोशीमठ: सांस्कृतिक गांव सलूड़ में हिमालय बचाओ अभियान के तहत एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में पहुंचे विषय विशेषज्ञों व ग्रामीणों ने पारंपरिक बीजों को बचाने की अपील की। कहा कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मोटा अनाज कारगर साबित हो रहा है।
उन्होंने काश्तकारों को मौसम के अनुरूप खेती में भी परिवर्तन करने की बात कही। इस मौके पर बीना देवी, बूंदा देवी, अनीता देवी, रामेश्वरी देवी, पूजा, ललीता, मुन्नी देवी, सरिता, पुष्पा, चंपा, बिंदु के अलावा साठ से अधिक महिलाएं और पुरुष मौजूद रहे।
क्षेत्र में लंबे समय से सामाजिक कार्यों का निर्वहन करने वाली स्वयं सेवी संस्था जनदेश के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी ने कहा कि पहाड़ों में परंपरागत बीजों से प्रकृति के संरक्षण में बड़ा योगदान रहा है। मोटे अनाज की खेती पर्यावरण के अनुकूल रहती है।
बदलते जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए मोटे अनाज की खेती कारगर हो सकती है। कम पानी में अधिक उत्पादन पारंपरिक खेती में ही निहित है। क्षेत्र में राजमा, चौलाई, मंडुवा, चीणा, धान, दाल की कई प्रजातियां थी, जो अब धीरे-धीरे समाप्ति की ओर हैं। कहा कि पहाड़ी बीज बैंक बनाने की जरूरत है।